V P Singh: देश के प्रधानमंत्री रहे वी पी सिंह एक ऐसे नेता थे जो खुद ज्योतिषियों की बातों पर यकीन नहीं करते थे लेकिन उनके बारे में ज्योतिषी की एक बात एकदम सटीक साबित हुई.
Mulayam Singh Yadav: 6 दशकों तक देश की राजनीति में तरह-तरह से चर्चा पाने वाले मुलायम सिंह यादव को उनके निधन के बाद भी कई वजहों से याद किया जाता है.
Pandit Jawahar Lal Nehru: पंडित जवाहर लाल नेहरू दंगाइयों से बहुत चिढ़ते थे. 1947 में भारत के विभाजन के बाद कई मौकों पर उनका गुस्सा सार्वजनिक तौर पर भी देखा गया.
Mayawati: बसपा की मुखिया मायावती का राजनीतिक करियर हर किसी के लिए प्रेरणास्रोत है. मायावती चार-चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रही हैं.
K Kamraj Congress: कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता रहे के कामराज को किंगमेकर कहा जाता है. दरअसल, कामराज ने दो-दो बार प्रधानमंत्री बनने का मौका खुद से छोड़ दिया.
Political Files: जगजीवन राम भारत के एक सम्मानित नेता थे जिन्हें 1970 के दशक में प्रधानमंत्री बनने की प्रबल संभावना थी. लेकिन 1978 में उनके बेटे सुरेश राम से जुड़े एक स्कैंडल ने उनके इस सपने को तोड़ दिया.
Political Files: आगामी लोकसभा चुनावों में मोदी सरकार लगातार परिवारवाद को मुद्दा बना रही है जिसको लेकर वो कभी लालू परिवार तो कभी मुलायम परिवार तो कभी देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस पर हमला बोलते हुए नजर आते हैं. हालांकि राजनीति परिवारों से ऊपर है और कई बार देखा गया है परिवार के दो लोग दो अलग-अलग राजनीतिक दलों के लिए अपनी ईमानदारी रखते हैं. आज हम ऐसे ही एक परिवार की बात करने जा रहे हैं जो देश की सबसे पुरानी पार्टी से ताल्लुक रखते हैं.
इस नेता ने अपने समय की सबसे कद्दावर नेता और देश की पहली महिला प्रधानमंत्री से टक्कर लेते हुए एक ऐसा आंदोलन खड़ा किया था जिसने सरकार की नींव हिलाकर रख दी थी.
Political Files: राजनीतिक इतिहास के गलियारों से आज की कहानी एक ऐसे नेता की है जिसने पहले विधानसभा चुनाव जीतकर सीएम पद की शपथ ली लेकिन अगले ही दिन उसे राज्यपाल का पदभार ग्रहण करना पड़ा. आखिर कौन है ये नेता जिसके साथ ये अनोखी घटना हुई और क्या था इस अजब कहानी का कारण, आइये पढ़ते हैं-
Political Files: महात्मा गांधी भारत के स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख नेता थे, जिन्होंने अहिंसा और सत्याग्रह के सिद्धांतों का प्रयोग किया. हालांकि, यह बहुत कम लोगों को पता है कि गांधी जी कभी किसी चुनाव में खड़े हुए भी थे. आइए एक नजर उस चुनाव के नतीजे और उसके बाद उनकी प्रतिक्रिया पर डालते हैं.
भारत के बंटवारे के लिए मुस्लिम लीग में प्रस्ताव लाया गया था. 1930 में मोहम्मद अली जिन्ना ने लाहौर के अधिवेशन में कहा था कि हिंदू और मुसलमान एक मुल्क में साथ नहीं रह सकते. इसलिए मुसलमानों के लिए अलग मुल्क बनाना होगा.
लोकसभा चुनाव में अब मुस्लिम लीग की इंट्री हो चुकी है. पीएम मोदी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र के सहारे मुस्लिम लीग को देश के बंटवारे के लिए जिम्मेदार ठहराया है. हम आपको आज मुस्लिम लीग की बंटवारे की भूमिका के बारे में बता रहे हैं.
Political files : पीएम इन वेटिंग शब्द सुनते ही लोगों के जेहन में लाल कृष्ण आडवाणी का नाम आता है. लेकिन एक नेता देश में ऐसे हुए हैं, जिन पर एक वाक्य शत-प्रतिशत सटीक बैठता है.
Lok Sabha Election 2024: देश के पहले आम चुनाव में संविधान निर्माता डॉ. बीआर अंबेडकर नेहरू लहर में चुनाव हार गए थे. उनको एक मामूली दूध बेचने वाले ने चुनाव हराया था. आज पढ़ें यह रोचक किस्सा.
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव में देश के तीन राज्य मतदान के मामले में अव्वल हैं. इन तीन राज्यों की 10 लोकसभा सीटों पर सर्वाधिक मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया है. आज हम आपको इनके बारे में बता रहे हैं.