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Karnataka News: UP-हिमाचल में विपक्ष को गच्चा देने वाली भाजपा कर्नाटक में कैसे खा गई मात, किन BJP MLAs ने दिया कांग्रेस का साथ

Karnataka News: हिमाचल और उत्तर प्रदेश में क्रॉस वोटिंग के जरिए चौंकाने वाली भाजपा, कर्नाटक में गच्चा खा गई. कर्नाटक भाजपा के दो विधायकों ने अलग रूख अपनाया. भाजपा के एक विधायक ने क्रॉस वोटिंग की, जबकि दूसरे विधायक वोटिंग से गायब रहे.

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Karnataka News: उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में विपक्ष (समाजवादी पार्टी और कांग्रेस) को गच्चा देने वाली भाजपा कर्नाटक में मात खा गई. यूपी और हिमाचल में जिस भाजपा को विपक्ष के विधायकों का साथ मिला, उसी भाजपा के विधायकों ने कर्नाटक में कांग्रेस के समर्थन में मतदान कर दिया. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कर्नाटक भाजपा के दो विधायकों की मदद से कांग्रेस ने राज्य में पास पलट दिया. भाजपा के जिन दो विधायकों ने कांग्रेस की मदद की, वे पहले कांग्रेस के सदस्य रहे थे. दोनों 2019 में भाजपा में शामिल हुए थे. कहा जा रहा है कि भाजपा के दोनों बागी विधायक पार्टी से नाराज चल रहे हैं.

कर्नाटक राज्यसभा चुनाव में भाजपा के यशवंतपुर विधायक एसटी सोमशेखर ने क्रॉस वोटिंग की, जबकि येल्लापुर विधायक शिवराम हेब्बार वोटिंग से गायब रहे. 66 साल के सोमशेखर तीन बार के विधायक हैं. वे कुमारस्वामी की सरकार में बेंगलुरु विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष बने थे. 2019 में भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने बीएस येदियुरप्पा सरकार में भी काम किया. 

रिपोर्ट के मुताबिक, एसटी सोमशेखर कभी कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के करीबी माने जाते थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से उन्हें कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के करीब देखा जा रहा है. कुछ दिन पहले उन्हें डिप्टी सीएम के साथ एक चार्टर्ड फ्लाइट में देखा गया था, जिसके बाद उनकी कांग्रेस में वापसी की अटकलें तेज हो गई थीं. कहा जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उन्हें बेंगलुरु उत्तर से अपना उम्मीदवार बना सकती है.

शिवराम हेब्बार भी तीन बार के हैं विधायक

वोटिंग से गायब रहने वाले भाजपा के विधायक शिवराम हेब्बार भी तीन बार के विधायक रहे हैं. हेब्बार ने पूर्व की येदियुरप्पा और बोम्मई सरकार में श्रम मंत्री के रूप में काम किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, हेब्बार भी भाजपा से नाराज चल रहे हैं, हालांकि उनकी नाराजगी का कारण फिलहाल सामने नहीं आया है. अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे भी कांग्रेस में लौट सकते हैं और उत्तर कन्नड़ लोकसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार हो सकते हैं. हेब्बार ने 1983 में येल्लापुर एपीएमसी के चुनाव के साथ पॉलिटिक्स में एंट्री की थी. 2008 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने येलापुर-मुंडगोड सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा, लेकिन भाजपा के वीएस पाटिल से हार गए.

कर्नाटक में कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों को मिली जीत

कर्नाटक राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों को जीत मिली, जबकि भाजपा को एक सीट से संतोष करना पड़ा. कर्नाटक की 4 राज्यसभा सीटों के लिए पांच उम्मीदवार मैदान में थे. कांग्रेस के सभी तीन उम्मीदवार अजय माकन, सैयद नासिर हुसैन, जी सी चंद्रशेखर ने जीत दर्ज की,जबकि भाजपा के उम्मीदवार नारायणसा भदागे को भी विजय हासिल हुई. वही, पांचवें उम्मीदवार के तौर पर जेडीएस के कुपेंद्र रेड्डी को हार का सामना करना पड़ा. 

उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में विपक्ष को लगा झटका

कर्नाटक में गच्चा खाने वाली भाजपा ने उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में चौंका दिया. उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए चुनाव हुआ. इनमें से क्रॉस वोटिंग के जरिए भाजपा ने 8 जबकि समाजवादी पार्टी ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की. समाजवादी पार्टी के 7 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की. वहीं, हिमाचल में भी कांग्रेस के 6 विधायकों ने भी क्रॉस वोटिंग की. हिमाचल में भाजपा के हर्ष महाजन की जीत हुई. उन्होंने कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी को हराया.