Arthritis Symptoms: क्या आपको सुबह उठते ही जोड़ों में अकड़न महसूस होती है? या फिर हलकी ठंड में भी हाथ-पैर सुन्न और दर्दभरे लगते हैं? अगर हां, तो यह सिर्फ थकान नहीं बल्कि गठिया रोग की शुरुआत हो सकती है. अक्सर लोग इसे मामूली समझ कर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन समय रहते इलाज न हो तो यह परेशानी जीवनभर की साथी बन जाती है.
गठिया, जिसे अंग्रेजी में आर्थराइटिस कहा जाता है, हड्डियों और जोड़ों की ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे शरीर को जकड़ लेती है. उम्रदराज लोगों में ये ज्यादा होती है, लेकिन आजकल गलत जीवनशैली और खानपान के चलते युवा भी इसकी चपेट में आने लगे हैं. आइए जानते हैं गठिया के शुरुआती लक्षण क्या हैं और दर्द से राहत कैसे पाई जा सकती है.
गठिया की शुरुआत आमतौर पर छोटे-छोटे संकेतों से होती है. जैसे कि सुबह उठते ही जोड़ों में अकड़न, चलने-फिरने में दर्द, हल्की सूजन या गर्माहट महसूस होना। कई बार उंगलियों, घुटनों या टखनों में अचानक दर्द उठता है और वो हिस्सा लाल पड़ जाता है. अगर यह लक्षण बार-बार हो रहे हैं तो यह गठिया का संकेत हो सकता है.
अक्सर माना जाता है कि गठिया सिर्फ बुजुर्गों की बीमारी है, लेकिन आज की भागदौड़ और आरामदायक दिनचर्या भी इसकी बड़ी वजह बन गई है. ज्यादा देर बैठना, मोटापा, संतुलित आहार की कमी, शारीरिक गतिविधि न करना और तनाव – ये सब जोड़ों पर बुरा असर डालते हैं. साथ ही अगर परिवार में पहले से किसी को गठिया रहा है, तो आपके प्रभावित होने की संभावना भी बढ़ जाती है.
गठिया के दर्द से राहत पाने के लिए जीवनशैली में बदलाव सबसे जरूरी है। हल्की-फुल्की एक्सरसाइज जैसे सुबह की सैर, योग, और जोड़ों की स्ट्रेचिंग फायदेमंद होती है. हल्दी वाला दूध, अदरक की चाय और मेथी दाने का सेवन गठिया में असरदार माना गया है. गर्म पानी की सिकाई और सरसों के तेल की मालिश भी राहत देती है. लेकिन अगर दर्द ज्यादा है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें और जांच करवाएं.
नोट: यहां दी गई तमाम जानकारी अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट से ली गई हैं. इंडिया डेली इसकी पुष्टी नहीं करता है. किसी भी सलाह को मानने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करें.