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Ram Mandir Pran Pratishtha: राम लला की प्राण प्रतिष्ठा पर क्या कहती है वर्ल्ड मीडिया? 

World Media on Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा पूरी हुई. प्राण प्रतिष्ठा समारोह होने पर भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लोग जश्न मना रहे हैं. भारतीय मीडिया के साथ-साथ विदेशी मीडिया में भी इस प्राण प्रतिष्ठा की कार्यक्रम को लेकर खूब चर्चा है. आइए जानते हैं कि प्राण प्रतिष्ठा को लेकर विदेशी मीडिया का क्या कहना है?  

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Purushottam Kumar
Ram Mandir

हाइलाइट्स

  • अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा पूरी हुई.
  • विदेशों में भी हो रही है प्राण प्रतिष्ठा समारोह की चर्चा

World Media on Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा पूरी हुई. प्राण प्रतिष्ठा समारोह होने पर भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लोग जश्न मना रहे हैं. देशवासियों ने आज के दिन को दिवाली के रूप में मनाया. भारतीय मीडिया के साथ-साथ विदेशी मीडिया में भी इस प्राण प्रतिष्ठा की कार्यक्रम को लेकर खूब चर्चा है. आइए जानते हैं कि अयोध्या राम मंदिर में रामलला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर विदेशी मीडिया का क्या कहना है?  

प्राण प्रतिष्ठा पर अमेरिकी मीडिया ने क्या कहा?

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अमेरिकी मीडिया का कहना है कि भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया जो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में धार्मिक तनाव का प्रतीक बन गया है. अयोध्या में बन रहा मंदिर राम का मंदिर है जो प्रमुख हिंदू देवता हैं. एबीसी न्यूज ने आगे कहा कि दशकों से बीजेपी मंदिर बनाने की वकालत करती रही है और इसका उद्घाटन मोदी की जीत के पक्ष में जाएगा.

राम लला की प्राण प्रतिष्ठा पर UAE के अखबार ने लिखा...

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर गल्फ न्यूज ने एक रिपोर्ट पेश की है, जिसका शीर्षक है- नरेंद्र मोदी का अयोध्या के हिंदू मंदिर का उद्घाटन करना भारत के लिए मील का पत्थर साबित होगा. रिपोर्ट में एजेंसियों के हवाले से लिखा गया है कि पीएम मोदी अपनी पार्टी के दशकों पुराने वादे को निभाने के लिए तैयार हैं. केंद्र सरकार ने आधे दिन की छुट्टी का ऐलान किया है ताकि इसके कर्मचारी उत्सव मना सकें. भारत का स्टॉक मार्केट भी बंद है. कई राज्यों ने भी आधे या पूरे दिन की छुट्टी रखी है. मोदी का हिंदू राष्ट्रवाद वोटर्स के बीच उनकी लोकप्रियता का सबसे अहम तत्व है, उनके वोटर्स उनकी एकछत्र लोकप्रियता और उन्होंने भारत को जिस मुकाम पर पहुंचाया है, उसके कायल हैं. देश का आर्थिक विकास दर 7% से ज्यादा है और इसका स्टॉक मार्केट रिकॉर्ड कायम कर रहा है.'

कतर की मीडिया ने क्या कहा?

अलजजीरा की एक ओपिनियन लेख में लिखा गया है कि भारत की धर्मनिरपेक्षता भगवा राजनीति के पहाड़ तले दब गई है. भारत की राजनीतिक टिप्पणीकार इंसिया वाहन्वति के लिखे लेख में कहा गया है कि धर्मनिरपेक्ष भारत के किसी प्रधानमंत्री का मंदिर का उद्घाटन करना अनुचित है. लेख में आगे लिखा गया है कि बाबरी मंदिर का विध्वंस आज भी मुसलमानों के लिए दुखदायी है. विध्वंस के बाद हुए दंगों में जो लोग मारे गए, हममें से कई लोगों को आज भी वो याद हैं. राजनीतिक वादे किए गए कि मस्जिद फिर से बनाया जाएगा लेकिन ऐसा कभी हुआ नहीं.

रूस मीडिया ने प्राण प्रतिष्ठा पर क्या कहा?

रूसी अखबार रशिया टुडे ने लिखा कि राम मंदिर के बनने से अयोध्या की कायापलट हो गई है. अयोध्या, जिसे हिंदू भगवान का जन्मस्थान माना जाता है, यहां अब बड़े पैमाने पर इंफ्रास्ट्रक्चर का काम आगे बढ़ रहा है और जमीन की कीमतें आसमान छू रही हैं. इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक सरकार ने नए होटल बनाने के लिए एक दर्जन से अधिक परमिट जारी किए हैं, और इंफ्रास्ट्रक्चर पर लगभग 4 अरब डॉलर पहले ही खर्च किए जा चुके हैं. अखबार ने आगे लिखा कि मंदिर निर्माण प्रधानमंत्री के 2019 के चुनावी वादों में से एक था. मंदिर का उद्घाटन आम चुनावों से कुछ महीने पहले किया गया है. मंदिर का निर्माण 16वीं शताब्दी की एक मस्जिद के स्थान पर किया जा रहा है जिसे 'हिंदू कार्यकर्ताओं' ने तोड़ दिया था. उनका मानना था कि मस्जिद का निर्माण राम मंदिर को तोड़कर किया गया था. मस्जिद तोड़े जाने पर बड़े पैमाने पर दंगे हुए थे.

नेपाल की मीडिया ने क्या कहा?

'द काठमांडू पोस्ट' ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर लिखा कि मंदिर के उद्घाटन में भगवान राम से भी अधिक जो व्यक्ति लाइमलाइट बटोर रहा है, वो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं जो भारत के धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य के प्रधानमंत्री हैं. अखबार ने आगे लिखा कि भारत धर्मनिरपेक्षता के अपने सिद्धांत से बहुत दूर हो चुका है और अयोध्या में भारत की धर्मनिरपेक्षता मिट्टी में मिल गई है.

प्राण प्रतिष्ठा पर ब्रिटेन की मीडिया ने क्या कहा?

समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर लिखा कि पीएम मोदी ने राम मंदिर उद्घाटन को ऐतिहासिक क्षण बताते हुए भारतीयों से आग्रह किया है कि वो सोमवार को अपने घरों और पास के मंदिरों में दीये जलाकर दिवाली मनाएं. राजनीतिक टिप्पणीकार पृथ्वी दत्ता चंद्रा शोभी के हवाले से रॉयटर्स ने लिखा, 'मंदिर का उद्घाटन किसी धार्मिक उत्सव से ज्यादा आम चुनावों के प्रचार की शुरुआत लग रहा है. ऐसा लग रहा है कि प्रधानमंत्री एक राजा की भूमिका में हैं जो एक बड़ा धार्मिक अनुष्ठान कर रहा है. रॉयटर्स ने आगे लिखा कि राम मंदिर के उद्घाटन समारोह ने भारत में राजनीतिक विवाद भी पैदा कर दिया है क्योंकि भारत के कांग्रेस समेत सभी बड़े विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह में शामिल होने का न्योता अस्वीकार कर दिया. विपक्षी पार्टियों का कहना है कि उद्घाटन समारोह को राजनीतिक, मोदी इवेंट बना दिया गया है.