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5 तरीके जिनसे बचेगा आपका टैक्स, रिटर्न में भी मिलेगी भारी-भरकम रकम

Tax Saving investment Schemes: टैक्स बचाने के साथ-साथ अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए निवेश बेहतरीन तरीका है. आइए जानें कुछ ऐसी निवेश योजनाओं के बारे में जो आपको टैक्स में बचत करने के साथ ही शानदार रिटर्न भी देती हैं.

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India Daily Live

Tax Saving investment Schemes: किसी भी व्यक्ति के लिए पैसे कमाने के लिए निवेश हमेशा से एक अच्छा तरीका रहा है और अगर ये निवेश आपको पैसे कमा कर देने के साथ-साथ पैसे बचाने का भी काम करे तो फिर सोने पर सुहागा वाली फीलिंग आती है. निवेश को हमेशा से ही भविष्य को सुरक्षित करने के बेहतरीन तरीका माना जाता है ऐसे में हम कुछ ऐसी स्कीम्स के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जो आपके टैक्स को बचाने के साथ-साथ शानदार रिटर्न भी देते नजर आएंगे.

आइए एक नजर उन 5 टैक्स सेविंग स्कीम्स पर डालते हैं जो आपके भविष्य को सुरक्षित बनाने के साथ बेहतरीन रिटर्न भी देंगे.

1. राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS): NPS एक स्वैच्छिक पेंशन योजना है जो आपको सेवानिवृत्ति के लिए बचत करने और कर लाभ प्राप्त करने में मदद करती है. आप इसमें जितना चाहें उतना पैसा जमा कर सकते हैं, और आपके योगदान पर आपको धारा 80CCD (1) के तहत कर छूट मिलती है.

उदाहरण: मान लीजिए आप ₹50,000 प्रति वर्ष NPS में योगदान करते हैं. तो, आप अपनी कर योग्य आय में ₹50,000 की कटौती कर सकते हैं, जिससे आपको टैक्स में बचत होगी.

NPS में दो प्रकार के खाते होते हैं:

टियर-1 एक मेंडेटरी अकाउंट है जिसे आपके नियोक्ता द्वारा खोला जा सकता है तो वहीं टियर-2 एक स्वैच्छिक अकाउंट है जिसे आप खुद खोल सकते हैं. टियर-1 खाते में, आप 60% तक इक्विटी में निवेश कर सकते हैं, जो हाई रिटर्न की संभावना प्रदान करता है. वहीं टियर-2 खाते में, आप 100% इक्विटी में निवेश कर सकते हैं, जो अधिक आक्रामक निवेश रणनीति के लिए अनुकूल है.

2. वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS): SCSS भारत सरकार द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए शुरू की गई एक बचत योजना है. यह योजना 8.2% प्रति वर्ष की आकर्षक ब्याज दर प्रदान करती है, जो इसे सेवानिवृत्त लोगों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बनाती है.

उदाहरण: मान लीजिए आप ₹15 लाख SCSS में जमा करते हैं. तो, आपको हर साल ₹1,23,000 का ब्याज मिलेगा. SCSS में निवेश करने के लिए, आपकी आयु 60 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए. आप ₹1,000 से लेकर ₹15 लाख तक जमा कर सकते हैं. अकाउंट 5 साल की अवधि के लिए खोला जाता है, जिसे 3 अतिरिक्त वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है.

3. इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS): ELSS म्यूचुअल फंड का एक प्रकार है जो कर बचत और उच्च रिटर्न दोनों प्रदान करता है. पिछले 5 वर्षों में, ELSS ने औसतन 18% से अधिक का रिटर्न दिया है. ELSS में निवेश पर आपको धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की कर छूट मिलती है. ELSS में 3 साल का लॉक-इन पीरियड होता है, जिसका अर्थ है कि आप 3 साल तक निवेश को भुना नहीं सकते हैं.

4. सुकन्या समृद्धि योजना: सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार द्वारा लड़कियों की शिक्षा और विवाह के लिए शुरू की गई एक छोटी बचत योजना है. यह योजना 7.6% प्रति वर्ष की आकर्षक ब्याज दर प्रदान करती है. सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करने के लिए, आपकी बेटी की आयु 10 वर्ष से कम होनी चाहिए. आप ₹250 से लेकर ₹1.5 लाख तक जमा कर सकते हैं. अकाउंट 21 साल के मेच्योरिटी टाइम के लिए खोला जाता है. सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश पर आपको धारा 80C के तहत कर छूट मिलती है.

5. यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP): ULIP बीमा सुरक्षा और निवेश का एक संयोजन प्रदान करते हैं. ULIP में, आप प्रीमियम का भुगतान करते हैं, जिसमें एक हिस्सा बीमा कवरेज के लिए जाता है और दूसरा हिस्सा यूनिट्स में निवेश किया जाता है. ये यूनिट्स शेयर बाजार से जुड़े होते हैं, जिसका अर्थ है कि उनका मूल्य बाजार के प्रदर्शन के आधार पर उतार-चढ़ाव कर सकता है.

ULIP की मेच्योरिटी पर मिलने वाली राशि और मृत्यु लाभ धारा 10(10d) के तहत पूरी तरह से टैक्स फ्री होती है. ULIP का औसत वार्षिक रिटर्न 8% से ऊपर रहा है. वहीं ULIP में 5 साल का लॉक-इन पीरियड होता है. अगर सालाना प्रीमियम ₹2.5 लाख से अधिक है तो आपको रिटर्न पर भी टैक्स देना होगा. कुछ ULIP योजनाओं में बीमा कवरेज कम से कम वार्षिक प्रीमियम का 10 गुना होना चाहिए, तभी आपको पूरे लाभ मिलते हैं.

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