Zomato: लखनऊ के मशहूर कवाब को लेकर एक जोमैटो के एक कस्टमर ने कंपनी के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. कस्टमर ने कोर्ट से आग्रह किया है कि जोमैटो कस्टमर्स से कहती है कि वो सबको अच्छे दुकानों से खाना आपको मुहैया कराती है जबकि वो लखनऊ का ताजा कवाब महज 30 मिनट में ही गुड़गांव पहुंचा देती है.
इस मामले को लेकर कस्टमर ने कोर्ट में कहा है कि ये सोचने वाली बात है कि 500 किलोमीटर दूर लखनऊ का कोई ताजा खाना गुड़गांव महज 30 मिनट में ही कैसे पहुंच सकता है. इस बात को पचाना मुश्किल हो रहा है कि इतना जल्दी गर्म खाना 500 किमी से महज 30 मिनट में ही कैसे प्राप्त हो सकता है.
कोर्ट ने जारी किया जोमैटो को नोटिस
24 वर्षीय सौरभ ने लीजेंड्स कैटेगरी के तहत फूड डिलीवरी ऐप के तुरंत सेवा के लिए किए जाने वाले वादे को लेकर सवाल उठाया है क्योंकि वह केवल 30 मिनट में लखनऊ से पूरे रास्ते में कवाब डिश की डिलीवरी पाकर लगभग हैरान रह गए थे. इस मामले को देखते हुए सौरभ की याचिका पर साकेत की स्थानीय कोर्ट ने पिछले महीने जोमैटो को समन जारी किया था.
कोर्ट में सौरभ का प्रतिनिधित्व एडवोकेट तिश्मपति सेन, अनुराग आनंद और वियांका भाटिया ने किया. उन लोगों ने कोर्ट को बताया कि इससे यह स्पष्ट होता है कि भोजन वास्तव में किसी विशेष शहर से नहीं ले जाया जा रहा था, बल्कि इसे जोमैटो के विभिन्न स्थानों पर स्टोर किया जा रहा था.
घर से रेस्टोरेंट्स आने में भी लगता है घंटो
इसके अलावा सौरभ ने दिल्ली के जिस रेस्टोरेंट्स से ऑर्डर दिया था, वे उसके घर से लगभग 30 किलोमीटर दूर था. उसके घर से रेस्टोरेंट्स पहुंचने के लिए ट्रैफिक-फ्री दिन में भी यात्रा करने में एक घंटे से अधिक का समय लग जाता है. सौरव ने अदालत से मशहूर रेस्टोरेंट्स से गर्म और विश्वसनीय भोजन उपलब्ध कराने के वादे के तहत ज़ोमैटो लीजेंड्स की सेवाएं जारी रखने से जोमैटो को रोकने का आग्रह किया है.