IP Rating in Smartphones: इन दिनों स्मार्टफोन बाजार में ढेरों विकल्प मौजूद हैं जो यूजर्स की जरूरत को देखते हुए बना जाते हैं. हर ब्रांड यूजर्स के लिए कुछ न कुछ यूनीक पेश करता है जिससे फोन एक्सपीरियंस दोगुना हो जाता है. आजकल लोग स्मार्टफोन खरीदते समय IP रेटिंग जरूर देखते हैं. हालांकि, बहुत लोगों को इसके बारे में पता ही नहीं होता है कि आखिर यह होती है क्या है. लेकिन ट्रेंड के चलते देखने लग जाते हैं. ऐसे में यह समझना बेहद जरूरी हो जाता है कि आखिर IP रेटिंग का मतलब क्या होता है.
IP का मतलब है इनग्रेस प्रोटेक्शन. यह एक ग्लोबल स्टैंडर्ड है जो आपको बताता है कि आपका फोन धूल और पानी से कितना सुरक्षित है. अगर कभी आपका फोन पानी में गिर जाए या बारिश में फंस जाए, तो अच्छी IP रेटिंग वाला रोन आपको मरम्मत पर पैसे खर्च करने से बचा सकता है.
IP रेटिंग IP67, IP68, IP69 आदि के फॉर्मेट में लिखी जाती है जिसका मतलब-
पहला नंबर (0 से 6 तक) धूल से सुरक्षा दिखाता है.
दूसरा नंबर (0 से 9 तक) पानी और अन्य लिक्विड पदार्थों से सुरक्षा दिखाता है.
ज्यादा नंबर का मतलब बेहतर सुरक्षा है.
IP67- फोन धूल से सुरक्षित है और 30 मिनट तक 1 मीटर गहरे पानी में रह सकता है.
IP68- फोन 30 मिनट तक 1.5 मीटर तक पानी में रह सकता है.
IP69- अपनी कैटेगरी में बेस्ट है. फोन हाई प्रेशर वाले पानी के जेट और गहरे पानी को संभाल सकता है.
iPhone 15, Samsung Galaxy S24 और अन्य प्रीमियम मॉडल जैसे कई टॉप-एंड फोन पहले से ही IP68 या IP69 रेटिंग के साथ आते हैं. इसका मतलब है कि ये सही में जल-प्रतिरोधी और धूलरोधी हैं. हालांकि, अब Redmi, Realme, Motorola और iQOO जैसे ब्रांड के बजट स्मार्टफोन अब ₹20,000 से कम कीमत में IP67 और IP68 रेटिंग दे रहे हैं.
एक अहम बात यह भी है कि अगर आपकी आदत बार-बार फोन गिराने की है तो कम से कम IP68 वाला फोन खरीदें. इसके अलावा ज्यादा मजबूती के लिए IP69 चुनें.