वेस्टइंडीज के स्टार बल्लेबाज निकोलस पूरन ने मंगलवार, 10 जून 2025 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर क्रिकेट जगत को चौंका दिया. केवल 29 साल की उम्र में लिए गए इस फैसले को उन्होंने "बेहद मुश्किल" बताया. पूरन ने इंस्टाग्राम पर अपने प्रशंसकों के साथ यह खबर साझा की. उन्होंने 61 टी20 और 106 वनडे अंतरराष्ट्रीय मैचों में कुल 4,000 से अधिक रन बनाए.
पूरन ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ व्हाइट-बॉल सीरीज से आराम मांगा था, क्योंकि वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 में लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए खेल रहे थे. इस सीजन में उन्होंने 14 मैचों में 524 रन बनाए, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट करीब 200 रहा. उनकी इस शानदार फॉर्म के बावजूद, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया.
पूरन का भावुक संदेश
अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में पूरन ने लिखा, "लंबे विचार-विमर्श के बाद, मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है. क्रिकेट ने मुझे खुशी, उद्देश्य और अविस्मरणीय यादें दीं. वेस्टइंडीज का प्रतिनिधित्व करना, मैरून जर्सी पहनना और राष्ट्रगान के दौरान मैदान पर खड़ा होना मेरे लिए अनमोल अनुभव रहा. टीम का कप्तान बनना मेरे लिए गर्व की बात है." उन्होंने प्रशंसकों, परिवार, दोस्तों और साथी खिलाड़ियों का समर्थन के लिए धन्यवाद दिया.
वेस्टइंडीज के लिए योगदान
पूरन ने 2016 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था. उन्होंने आखिरी बार जुलाई 2023 में वनडे और दिसंबर 2024 में टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला. 2021 से 2022 तक उन्होंने वेस्टइंडीज की टी20 टीम की कप्तानी भी की. 2024 के टी20 विश्व कप में भी वह टीम का हिस्सा थे. पूरन ने कहा कि वह हमेशा वेस्टइंडीज क्रिकेट के प्रशंसक और शुभचिंतक रहेंगे.
टी20 लीग में चमकेंगे पूरन
संन्यास के बाद पूरन अब पूरी तरह से टी20 लीग पर ध्यान देंगे. वह दुनिया भर की फ्रेंचाइजी लीग में खेलते रहेंगे. आईपीएल 2025 में लखनऊ सुपर जायंट्स ने उन्हें 21 करोड़ रुपये में रिटेन किया, जो उन्हें सबसे महंगे खिलाड़ियों में से एक बनाता है.
वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए चुनौती
पूरन का संन्यास वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए एक बड़ा झटका है. यह फैसला उस समय आया है, जब कई शीर्ष खिलाड़ी राष्ट्रीय ड्यूटी के बजाय टी20 लीग को चुन रहे हैं. 2024 में क्रिकेट वेस्टइंडीज ने पूरन को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट भी नहीं दिया था, जबकि कई अन्य खिलाड़ियों को मल्टी-ईयर कॉन्ट्रैक्ट दिए गए. यह रुझान कैरेबियाई क्रिकेट के लिए चिंता का विषय बन रहा है.