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सर्दी-जुकाम और बुखार होते ही तुरंत खा लेते हैं एंटीबायोटिक दवा, हो सकता है गंभीर नुकसान, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

सर्दी-जुकाम और बुखार जैसी छोटी-मोटी बीमारियों के लिए भी मेडिकल स्टोर से एंटीबायोटिक्स खरीदने वालों को सावधान हो जाना चाहिए. आपकी यह आदत एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस (एएमआर) का कारण बन रही है.

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Princy Sharma

Health Tips: सर्दी-जुकाम और बुखार जैसी छोटी-मोटी बीमारियों के लिए भी मेडिकल स्टोर से एंटीबायोटिक्स खरीदने वालों को सावधान हो जाना चाहिए. आपकी यह आदत एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस (एएमआर) का कारण बन रही है. यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें सूक्ष्मजीव (बैक्टीरिया, वायरस, कवक और परजीवी) एंटीबायोटिक दवाओं के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर रहे हैं. इसके कारण, संक्रमण बढ़ने पर एंटीबायोटिक्स प्रभावी नहीं होते.

यह न केवल भारत के लिए, बल्कि वैश्विक स्वास्थ्य के लिए भी एक बड़ा खतरा बनता जा रहा है. प्रतिष्ठित पत्रिका लैंसेट द्वारा 2019 और 2021 के बीच किए गए एक अध्ययन के अनुसार, एएमआर भारत में हर साल तीन से चार लाख मौतों का कारण बन रहा है. अगर अभी से इस पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो 2050 तक मरने वालों की संख्या 20 लाख तक पहुंचने की आशंका है. 

Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.