menu-icon
India Daily

गाजा में फिर मचने वाला है कत्लेआम? इजरायल ने खान यूनिस इलाके को खाली करने की जारी की चेतावनी

इस चेतावनी के बाद हजारों फिलिस्तीनी अपने घर छोड़कर अल-मवासी जैसे तटीय क्षेत्रों की ओर पलायन कर रहे हैं. इस कदम से गाजा में मानवीय संकट और गहराने की आशंका है.

auth-image
Edited By: Gyanendra Tiwari
Israel issued a warning to evacuate the Khan Younis area

2 जून 2025 को इजराइली सेना ने गाजा पट्टी के खान यूनिस शहर के पश्चिमी हिस्से में रहने वाले लोगों के लिए तत्काल खाली करने की चेतावनी जारी की है. सेना ने कहा है कि वह इस क्षेत्र में हमास के आतंकी ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमला करने की तैयारी कर रही है. इस चेतावनी के बाद हजारों फिलिस्तीनी अपने घर छोड़कर अल-मवासी जैसे तटीय क्षेत्रों की ओर पलायन कर रहे हैं. इस कदम से गाजा में मानवीय संकट और गहराने की आशंका है.

इजराइली सेना के प्रवक्ता अवीचाय अड्राई ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर खान यूनिस, बानी सुहैला और अबासन के निवासियों को तुरंत पश्चिम की ओर अल-मवासी क्षेत्र में जाने को कहा. सेना का दावा है कि यह हमला हमास के आतंकी ढांचे को नष्ट करने के लिए है. इस चेतावनी से संकेत मिलता है कि इजराइल इस क्षेत्र में व्यापक सैन्य अभियान शुरू करने की योजना बना रहा है, जिसमें भारी बमबारी और जमीनी कार्रवाई शामिल हो सकती है. स्थानीय लोगों ने इसे "सबसे खराब दुःस्वप्न" बताया, क्योंकि कई परिवार पहले ही कई बार विस्थापन का सामना कर चुके हैं.

खान यूनिस में बढ़ता तनाव

यह चेतावनी ऐसे समय में आई है, जब गाजा में इजराइली सैन्य कार्रवाइयां तेज हो गई हैं. पिछले 24 घंटों में खान यूनिस और आसपास के क्षेत्रों में कम से कम 30 हवाई हमले हुए, जिनमें दर्जनों लोग मारे गए. हमास द्वारा संचालित गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इन हमलों में नुसेरात में एक स्कूल और देयर अल-बलाह में एक घर पर हुए हमलों में कई लोग मारे गए, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. स्थानीय निवासियों ने बताया कि अल-मवासी, जिसे इजराइल ने "मानवीय क्षेत्र" घोषित किया है, पहले भी कई बार हमलों का निशाना बन चुका है, और वहां पानी, बिजली या आश्रय की कोई व्यवस्था नहीं है.

विस्थापन और मानवीय संकट

खान यूनिस में पहले से ही लाखों विस्थापित लोग रह रहे हैं, जो उत्तरी गाजा से भागकर आए थे. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इस क्षेत्र में लगभग 1.2 मिलियन लोग रह रहे हैं, जिनमें से कई लोग टेंटों में रहने को मजबूर हैं. अल-मवासी में बुनियादी सुविधाओं की कमी और बार-बार होने वाले हमलों के कारण लोग भय और अनिश्चितता में जी रहे हैं. एक 13 साल की बच्ची तस्नीम बराकेह ने बीबीसी को बताया, "मेरे पिता खाना ढूंढने गए थे, और हमें उनके बिना भागना पड़ा. हम नहीं जानते कि वे कहां हैं."

इजराइल का रुख और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उनका देश पूरे गाजा पर नियंत्रण स्थापित करेगा और हमास को पूरी तरह नष्ट करने के लिए अभियान जारी रखेगा. इजराइली सेना ने दावा किया कि उसने पिछले 24 घंटों में गाजा में 160 ठिकानों पर हमले किए, जिनमें हथियार भंडारण और भूमिगत ढांचे शामिल हैं. हालांकि, बंधकों के परिवारों का कहना है कि इन हमलों से गाजा में बचे 58 बंधकों, जिनमें से 23 के जीवित होने की संभावना है, की जान को और खतरा हो रहा है.

संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संगठनों ने इजराइल से तत्काल मानवीय सहायता की अनुमति देने की मांग की है. यूएन के मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर तुर्क ने कहा, "गाजा में कोई भी जगह सुरक्षित नहीं है." पिछले कुछ महीनों में गाजा में 53,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, और स्वास्थ्य सेवाएं चरमराने की कगार पर हैं.