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अल कायदा की हिट लिस्ट में ट्रंप और मस्क, मिली जान से मारने की धमकी

बदला लेना जायज है." इस वीडियो में ट्रंप, एलन मस्क, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, विदेश मंत्री मार्को रूबियो और रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ की तस्वीरें दिखाई गईं. इसके अलावा, मस्क की कंपनियों, जैसे टेस्ला, के लोगो भी वीडियो में शामिल थे.

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Edited By: Gyanendra Tiwari
Donald Trump and Elon Musk on Al Qaeda hit list

अल कायदा की यमन शाखा, जिसे अल कायदा इन अरबियन पेनिन्सुला (AQAP) के नाम से जाना जाता है, ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और मशहूर उद्योगपति एलन मस्क सहित कई बड़े चेहरों को जान से मारने की धमकी दी है. इस धमकी को लेकर दुनिया भर में हड़कंप मच गया है. अल कायदा ने गाजा में चल रहे इजरायल-हमास युद्ध को इसका कारण बताया है. आइए जानते हैं कि इस धमकी के पीछे की वजह क्या है और किन-किन लोगों को निशाना बनाया गया है.

अल कायदा का धमकी भरा वीडियो

मार्च 2024 में AQAP की कमान संभालने वाले साद बिन अतेफ अल-अवलाकी ने हाल ही में एक 30 मिनट का वीडियो जारी किया. इस वीडियो में उसने गाजा में हो रही हिंसा को लेकर अमेरिका और उसके सहयोगियों पर गुस्सा जाहिर किया. अल-अवलाकी ने कहा, "गाजा में हमारे लोगों के साथ जो हुआ और हो रहा है, उसके बाद कोई सीमा बाकी नहीं है. बदला लेना जायज है." इस वीडियो में ट्रंप, एलन मस्क, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, विदेश मंत्री मार्को रूबियो और रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ की तस्वीरें दिखाई गईं. इसके अलावा, मस्क की कंपनियों, जैसे टेस्ला, के लोगो भी वीडियो में शामिल थे.

गाजा युद्ध को बनाया आधार

अल कायदा ने इस धमकी की वजह गाजा में इजरायल-हमास युद्ध को बताया है. वीडियो में अल-अवलाकी ने अमेरिका में रहने वाले लोगों से जिहाद छेड़ने और ट्रंप व उनके सहयोगियों को निशाना बनाने की अपील की. उसने मिस्र, जॉर्डन और खाड़ी के अरब देशों के नेताओं को भी धमकी दी, जिन्हें वह इस युद्ध में शामिल मानता है. गाजा में हुए विनाश को अल कायदा ने अपने प्रचार के लिए इस्तेमाल किया और इसे बदले की कार्रवाई का आधार बनाया.

अल कायदा की सबसे खतरनाक शाखा

AQAP को अल कायदा की सबसे खतरनाक शाखा माना जाता है. 2009 में सऊदी अरब और यमन की अल कायदा शाखाओं के विलय से बनी यह संगठन वैश्विक जिहाद के लिए कुख्यात है. हालांकि, हाल के वर्षों में आंतरिक विवाद और अमेरिकी ड्रोन हमलों के कारण इसकी ताकत कम हुई है, फिर भी यह खतरनाक बना हुआ है. साद बिन अतेफ अल-अवलाकी पर अमेरिका ने 60 लाख डॉलर का इनाम रखा है, जो उसकी खतरनाक गतिविधियों को दर्शाता है.

धमकी के पीछे की वजह

इस धमकी का मुख्य कारण गाजा में चल रहा युद्ध है, जिसमें अल कायदा ने अमेरिका और उसके सहयोगियों को जिम्मेदार ठहराया है. वीडियो में ट्रंप और मस्क को इजरायल का समर्थन करने के लिए निशाना बनाया गया. इसके अलावा, अल-अवलाकी ने 'लोन वुल्फ' (अकेले हमला करने वाले) आतंकियों से अपील की कि वे न केवल अमेरिका में, बल्कि मिस्र, जॉर्डन और अन्य अरब देशों में भी हमले करें.

वैश्विक सुरक्षा पर सवाल

इस धमकी ने वैश्विक सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है. अल कायदा का यह वीडियो न केवल अमेरिकी नेताओं, बल्कि कई देशों के लिए खतरे की घंटी है. अमेरिका ने अभी तक इस धमकी पर आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन माना जा रहा है कि सुरक्षा एजेंसियां इस पर कड़ी नजर रख रही हैं.