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Hyderabad Lok Sabha Seat Result: भाईजान के आगे नहीं चला माधवी लता का जादू, 5वीं बार जीते असदुद्दीन ओवैसी

Hyderbad: हैदराबाद लोकसभा सीट से AIMIM के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी लगातार पांचवीं बार चुनाव जीत गए हैं. उन्होंने माधवी लता को 3 लाख से ज्यादा वोटों के अतंर से चुनाव हरा दिया है.

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Edited By: India Daily Live
Hyderabad
Courtesy: IDL

तेलंगाना की हैदराबाद लोकसभा सीट पर AIMIM के मुखिया और मौजूदा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर से जीत हासिल कर ली है. असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी की माधवी लता को कुल 3,38,087 वोटों के अंतर से हरा दिया है. इस सीट पर कांग्रेस के मोहम्मद वलीउल्लाह समीर को सिर्फ 62 हजार वोट मिले. ओवैसी को कुल 6,61,981 वोट मिले. वहीं, माधवी लता को कुल 3,23,894 वोट ही मिले.

क्या हैं स्थानीय मुद्दे?

इस चुनाव में बीजेपी ने माधवी लता को चुनाव में उतारा जो कट्टर हिंदुत्व की राजनीति करती दिखीं. बीजेपी ने निजामों से मुक्ति दिलाने जैसे नारे उछाले. वहीं, असदुद्दीन ओवैसी लगातार बीजेपी को बेअसर बताते रहे. चुनाव भले ही यहां सांसद का हो रहा हो लेकिन हमेशा हिजाब, राम मंदिर और हिंदुत्व जैसे मुद्दों को ही उछाला जाता रहा. यही वजह रही कि यहां का चुनाव इस बार स्थानीय मुद्दों पर कम और केंद्रीय मुद्दों पर ज्यादा लड़ा गया.

जातीय समीकरण

हैदराबाद के बारे में कहा जाता है कि इस लोकसभा सीट पर ओवैसी परिवार ही सारा समीकरण है. यह लोकसभा सीट अनारक्षित है. साल 2011 की जनगणना के आधार पर देखें तो यहां अनुसूचित जाति के वोटर्स की संख्या 82 हजार 233 है. वहीं, अनुसूचित जनजाति के महज 25 हजार 453 वोटर्स हैं. इस सीट पर मुस्लिम वोटर्स लगभग 11 लाख 55 हजार हैं. यानी कि यहां पर 59 प्रतिशत से ज्यादा मुस्लिम वोटर्स हैं.

2019 में कौन जीता था?

एआईएमआईएम पार्टी के नेता असदुद्दीन ओवैसी को हैदराबाद के निर्वाचन क्षेत्र से 2019 के आम चुनाव में कुल 517,100 वोट मिले, जो कुल डाले गए मतों का 63.95 प्रतिशत था. वहीं विरोधी दल बीजेपी के नेता भगवंत राव को 235,285 वोट मिले जो कुल वोट का 26.80 प्रतिशत था. केसीआर की पार्टी के उम्मीदवार पी श्रीकांत को 63 हजार वोट और कांग्रेस के फिरोज खान को सिर्फ 49 हजार वोट ही मिले थे.      


लोकसभा सीट का इतिहास

इस लोकसभा सीट के इतिहास की बात करें तो लंबे समय से सिर्फ ओवैसी परिवार का ही कब्जा दिखता है. साल 1984 से अब तक लगातार ओवैसी परिवार ही यहां का प्रतिनिधित्व करता रहा है. पहले सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी यहां से लगातार 6 बार सांसद चुने गए. उनके निधन के बाद असदुद्दीन ओवैसी साल 2004 से अब तक लगातार चार बार चुनाव जीत चुके हैं. इनसे पहले 1977 से 1984 से कांग्रेस के K S नारायणा, 1962 से 1977 तक गोपालैया सुब्बुकृष्णा मेलकोटे सांसद रहे.