सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और उद्यमी संदीपा विर्क को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 40 करोड़ रुपए की कथित मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है. ईडी ने बताया कि विर्क को 12 अगस्त को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA), 2002 के तहत हिरासत में लिया गया.
एक अदालत ने उन्हें 14 अगस्त तक ईडी की हिरासत में भेज दिया. ईडी ने कहा, “12 और 13 अगस्त को दिल्ली और मुंबई में ईडी की कई टीमों ने एक दूसरे का सहयोग करते हुए छापेमारी की. छापेमारी के दौरान टीम को कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले और विर्क से जुड़े प्रमुख व्यक्तियों के बयान दर्ज किये गये.
FDA-अप्रूव्ड ब्यूटी प्रोडक्ट्स बेचकर लोगों से ठगी
यह जांच पंजाब पुलिस की एक FIR पर आधारित है. ईडी का दावा है कि विर्क ने धोखाधड़ी भरे वादों के जरिए अचल संपत्ति हासिल की. उनकी वेबसाइट hyboocare.com कथित तौर पर FDA-अप्रूव्ड ब्यूटी प्रोडक्ट्स बेचने का दावा करती थी, जो “वास्तव में मौजूद नहीं थे.”
ईडी के प्रवक्ता ने कहा, “वेबसाइट पर यूजर्स रजिस्ट्रेशन की कमी, लगातार भुगतान गेटवे समस्याएं, सोशल मीडिया पर भी इस वेबसाइट की ज्यादा उपस्थिति नहीं थी. इसके अलावा इस पर दिया गया व्हाट्सएप नंबर भी एक्टिव नहीं था. इसके अलावा वेबसाइट पर कंपनी की डिटेल भी पार्दर्शिता के साथ मौजूद नहीं थीं. जो इस बात का संकेत हैं कि यह फर्जी वेबसाइट मनी लॉन्ड्रिंग का एक जरिया थी.
ईडी ने दावा किया कि विर्क का अब बंद हो चुकी रिलायंस कैपिटल के पूर्व निदेशक अंगराई नटराजन सेथुरमन से नियमित संपर्क था. उनके आवास पर तलाशी में “अवैध संपर्क कार्य” और व्यक्तिगत लाभ के लिए धन के दुरुपयोग के सबूत मिले. ईडी ने आरोप लगाया, “18 करोड़ रुपये की राशि उधार नियमों का उल्लंघन कर वितरित की गई, और 22 करोड़ रुपये का गृह ऋण बिना उचित प्रक्रिया के जारी किया गया.