नई दिल्ली: महाभारत, रामायण और पीएम मोदी को लेकर की गई कथित अपमानजनक टिप्पणियों के आरोप में कर्नाटक के मंगलुरु में स्कूल की एक शिक्षिका को बर्खास्त कर दिया गया. दरअसल शिक्षिका पर आरोप है कि वह बच्चों को पढ़ाने के दौरान रामायण महाभारत को काल्पनिक बताया था. इसके साथ उसने पीएम मोदी पर विवादित टिप्पणी की थी. जब यह बात सामने आई तो दक्षिणपंथी संगठनों ने विरोध जताते हुए उस शिक्षिका के खिलाफ एक्शन की मांग की. जिसके बाद स्कूल प्रशासन ने बड़ा एक्शन लेते हुए शिक्षिका को बर्खास्त कर दिया. कर्नाटक पुलिस ने इस मामले में शिक्षिका के खिलाफ FIR भी दर्ज किया है.
दक्षिणपंथी समूह का आरोप है कि शिक्षिका ने पीएम मोदी के खिलाफ बोलते हुए 2002 के गोधरा दंगों और बिलकिस बानो सामूहिक बलात्कार मामले का जिक्र किया. उसने बच्चों के मन में नफरत की भावना पैदा करने की कोशिश की. जिसके बाद विरोध-प्रदर्शन इतना बढ़ गया कि स्कूल प्रबंधन ने उस शिक्षिका को सस्पेंड करने का कदम उठाना पड़ा. यह घटना मंगलुरु के सेंट गेरोसा इंग्लिश एचआर प्राइमरी स्कूल का है.
बच्चों के माता-पिता ने दावा किया कि शिक्षिका ने कक्षा 7 के छात्रों को सिखाया कि भगवान राम एक पौराणिक कथा का हिस्सा थे. सार्वजनिक निर्देश उप निदेशक (डीडीपीआई) इस मामले की जांच कर रहे हैं. स्कूल प्रशासन की ओर से जारी किये गए एक बयान में कहा गया है कि "सेंट गेरोसा स्कूल का इतिहास 60 साल पुराना है और आज तक ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने हमारे बीच एक अस्थायी अविश्वास पैदा कर दिया है और हमारा कदम आपके सहयोग से इस विश्वास को फिर से बनाने में मदद करेगा. हम सभी छात्रों के भविष्य और बेहतरी के लिए मिलकर काम करने के लिए आगे बढ़ेंगे.