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India Daily

Reason For Plane Crash: 2018 में ही बोइंग को दी थी चेतावनी लेकिन नजरअंदाज हुआ, AAIB रिपोर्ट में हुआ खुलासा

Reason For Plane Crash: AAIB की रिपोर्ट में सामने आया है कि एयर इंडिया हादसे में फ्यूल स्विच की तकनीकी खामी एक बड़ा कारण हो सकती है. FAA ने 2018 में इस बारे में चेतावनी दी थी, जिसे गंभीरता से नहीं लिया गया. पायलट एसोसिएशन ने तकनीकी दोष को नजरअंदाज करने पर आपत्ति जताई है.

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Edited By: Km Jaya
Boeing fuel switch failure
Courtesy: Social Media

Reason For Plane Crash: 12 जून को अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया फ्लाइट AI-171 हादसे की जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है. एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो की प्रारंभिक रिपोर्ट में तकनीकी गड़बड़ी की ओर इशारा किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, विमान के दोनों इंजन के फ्यूल कंट्रोल स्विच एक साथ अचानक बंद हो गए थे, जिससे विमान का संतुलन बिगड़ गया और वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यह तकनीकी खामी उस चेतावनी से जुड़ी है जिसे अमेरिका के फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने पहले ही 2018 में बोइंग को दी थी.

मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के मुताबिक FAA ने वर्ष 2018 में एक स्पेशल एयरवर्थिनेस इनफॉर्मेशन बुलेटिन के तहत चेतावनी दी थी कि बोइंग विमानों में लगे फ्यूल स्विच के लॉकिंग मैकेनिज्म में समस्या हो सकती है. इस बुलेटिन में कहा गया था कि कुछ विमानों में यह स्विच बिना लॉक उठाए ही चालू या बंद किया जा सकता है, जिससे अनजाने में स्विच की स्थिति बदल सकती है और विमान के इंजन पर असर पड़ सकता है. FAA ने सभी ऑपरेटर्स को इस सिस्टम की जांच कर आवश्यक होने पर सुधार की सलाह दी थी.

FAA ने दी एडवाइजरी

हालांकि, FAA ने यह सलाह सिर्फ एडवाइजरी रूप में दी थी और इसे अनिवार्य निर्देश नहीं माना गया था. इसके चलते एअर इंडिया सहित कई कंपनियों ने इस चेतावनी पर कोई एक्शन नहीं लिया. AAIB की रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि हादसे से ठीक पहले दोनों फ्यूल स्विच अचानक बंद हुए और फिर तुरंत ऑन भी हुए, जिससे यह आशंका है कि लॉकिंग सिस्टम की खराबी के कारण स्विच स्वतः बंद हो गए. यह घटना विमान के क्रैश से कुछ ही सेकंड पहले हुई थी.

पायलट को जिम्मेदार ठहराने का प्रयास 

एअरलाइन पायलट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सैम थॉमस ने इस रिपोर्ट पर आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि जांच में पायलट को जिम्मेदार ठहराने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि तकनीकी खराबी को नजरअंदाज किया गया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि ALPA इस रिपोर्ट को एकतरफा मानता है और पायलट की भूमिका पर सवाल उठाने का विरोध करता है. रिपोर्ट आने के बाद अब विमानन क्षेत्र में यह बहस तेज हो गई है कि यदि FAA की सलाह को गंभीरता से लिया गया होता, तो शायद यह हादसा टाला जा सकता था.