Rana Naidu 2 Review: नेटफ्लिक्स की बहुचर्चित सीरीज 'राणा नायडू' का दूसरा सीजन 13 जून 2025 को रिलीज हो चुका है. राणा दग्गुबाती, वेंकटेश दग्गुबाती और अर्जुन रामपाल जैसे दमदार सितारों से सजी यह सीरीज पहले सीजन की तरह ही एक्शन, क्राइम और पारिवारिक ड्रामे का मिश्रण है. हालांकि पहले सीजन की सफलता के बाद फैंस को इस बार कुछ नया और गहरा देखने की उम्मीद थी, लेकिन यह सीजन कुछ हद तक दोहराव और जटिल सबप्लॉट्स के कारण निराश करता है.
'राणा नायडू' का दूसरा सीजन नेटफ्लिक्स पर रिलीज
'राणा नायडू' अमेरिकी सीरीज 'रे डोनोवन' का भारतीय रूपांतरण है. यह कहानी राणा नायडू (राणा दग्गुबाती) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो सितारों और रसूखदार लोगों की समस्याओं का 'फिक्सर' है. इस बार राणा अपने परिवार को सुरक्षित करने के लिए आखिरी मिशन पर निकलता है, लेकिन उसे अपने अतीत के खतरनाक दुश्मन रऊफ (अर्जुन रामपाल) का सामना करना पड़ता है. वेंकटेश दग्गुबाती, जो राणा के पिता नागा नायडू का किरदार निभाते हैं, इस बार थोड़ा संयमित लेकिन प्रभावशाली अंदाज में दिखे. अर्जुन रामपाल का किरदार रऊफ एक क्रूर और रहस्यमयी खलनायक के रूप में कहानी में नया रंग लाता है, जो राणा के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनता है.
गालियां, हिंसा और बोल्ड सीन इस बार कम
सीजन 2 में भावनात्मक गहराई लाने की कोशिश की गई है. राणा और उनकी पत्नी नैना (सुरवीन चावला) के तनावपूर्ण रिश्ते, उनके भाइयों तेज (सुशांत सिंह) और जफ्फा (अभिषेक बनर्जी) की जटिलताएं, और बेटी नित्या (अफरा सईद) की कहानी कुछ हद तक दर्शकों को बांधती है. कृति खरबंदा और राजत कपूर जैसे नए किरदार भी कहानी में दम जोड़ते हैं. हालांकि कई सबप्लॉट्स अनावश्यक रूप से उलझे हुए हैं, जिससे कहानी का प्रवाह बाधित होता है. पहले सीजन की तरह गालियां, हिंसा और बोल्ड सीन इस बार कम हैं, लेकिन यह कमी सीरीज की अपनी खास पहचान को थोड़ा कमजोर करती है.
शानदार परफॉर्मेंसेस के दम पर देखने लायक है सीरीज
निर्देशक करण अंशुमान, सुपर्ण वर्मा और अभय चोपड़ा ने एक्शन और ड्रामे को संतुलित करने की कोशिश की, लेकिन कहानी में ताजगी की कमी खलती है. राणा और नागा का टकराव इस बार कम प्रभावी है और कुछ ट्विस्ट्स प्रेडिक्टेबल लगते हैं. कुल मिलाकर 'राणा नायडू 2' अपने स्टारकास्ट और कुछ शानदार परफॉर्मेंसेस के दम पर देखने लायक है, लेकिन यह पहले सीजन की ऊर्जा को पूरी तरह दोहरा नहीं पाती.