India e-passport: 24 जून को 13वें 'पासपोर्ट सेवा दिवस' के मौके पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पूरे देश में ई-पासपोर्ट लागू करने की घोषणा की. इस महत्वपूर्ण कदम के साथ, भारत ने पासपोर्ट सेवाओं में डिजिटल क्रांति की दिशा में एक और कदम बढ़ाया है. विदेश मंत्री ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा, "13वें पासपोर्ट सेवा दिवस के अवसर पर भारत और विदेश में सभी पासपोर्ट अधिकारियों को हार्दिक बधाई. 'सेवा, सुशासन और गरीबों के कल्याण' की भावना से प्रेरित होकर, आपके सराहनीय प्रयास लोगों की यात्रा को निर्बाध बनाने, वैश्विक कार्यस्थलों तक उनकी पहुंच का विस्तार करने और हमारे नागरिकों को सशक्त बनाने में अत्यधिक मूल्यवान हैं."
उन्होंने आगे कहा, "पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम 2.0 और ई-पासपोर्ट के शुभारंभ के साथ, #TeamMEA अपनी पासपोर्ट सेवाओं की समयबद्धता, पारदर्शिता और पहुंच को और बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है." यह कदम देश को वैश्विक मानकों के अनुरूप लाने और नागरिकों को सुरक्षित, त्वरित और विश्वसनीय पासपोर्ट सेवाएं प्रदान करने की दिशा में एक मील का पत्थर है.
13वें पासपोर्ट सेवा दिवस के अवसर पर भारत और विदेश में सभी पासपोर्ट अधिकारियों को हार्दिक बधाई।
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) June 24, 2025
‘सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण’ के भाव से प्रेरित आपके सराहनीय प्रयास, लोगों की यात्रा को सहज बनाने, वैश्विक कार्यस्थल तक उनकी पहुँच को विस्तार देने और अपने नागरिकों को सशक्त बनाने में… pic.twitter.com/Ko7OgaDtSc
ई-पासपोर्ट क्या है?
ई-पासपोर्ट कोई साधारण पासपोर्ट नहीं है; यह एक उन्नत दस्तावेज है जिसमें एक एम्बेडेड माइक्रोचिप होती है. इस चिप में पासपोर्ट धारक की बायोमेट्रिक और व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित रूप से संग्रहीत होती है. यह तकनीक न केवल पासपोर्ट की सुरक्षा को बढ़ाती है, बल्कि आव्रजन प्रक्रियाओं को भी तेज और सुगम बनाती है.
ई-पासपोर्ट के क्या हैं फायदे?
सुरक्षित एम्बेडेड चिप: चिप में पासपोर्ट धारक का नाम, पासपोर्ट नंबर, जन्मतिथि और बायोमेट्रिक जानकारी शामिल होती है. यह चिप पासपोर्ट के सामने वाले कवर पर होती है और इसे अनधिकृत पहुंच से सुरक्षित रखने के लिए एन्क्रिप्ट किया जाता है.
संपर्क रहित जांच: ई-पासपोर्ट की चिप को बिना खोले या बारकोड स्कैन किए पढ़ा जा सकता है, जिससे जांच प्रक्रिया त्वरित और सुरक्षित हो जाती है.
छेड़छाड़-रहित: एन्क्रिप्शन तकनीक के कारण, ई-पासपोर्ट को जालसाजी, नकल या दुरुपयोग से बचाया जाता है, जिससे धोखाधड़ी और अपराध का जोखिम कम होता है.
डिजिटल भंडारण: चिप में संग्रहीत जानकारी केवल अधिकृत प्राधिकारियों के लिए उपलब्ध होती है, जिससे गोपनीयता सुनिश्चित होती है.
वैश्विक मान्यता: अंतर्राष्ट्रीय नागरिक विमानन संगठन (आईसीएओ) के मानकों पर आधारित ये पासपोर्ट विश्व स्तर पर स्वीकार किए जाते हैं.
ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन प्रक्रिया
ई-पासपोर्ट प्राप्त करना अब पहले से कहीं अधिक आसान है. विदेश मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम (PSP) ने आवेदन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाया है.