Amazon-Microsoft-META Job: अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट या मेटा जैसी बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों में नौकरी पाना काफी मुश्किल लग सकता है, खासकर तब जब आप अभी इसकी शुरुआत कर रहे हैं. अगर आपके पास ज्यादा एक्सपीरियंस नहीं है तो भी आप आसानी से इन तीनों कंपनियों में जॉब पा सकते हैं. एक पूर्व सॉफ्टवेयर इंजीनियर, जिसने इन तीनों कंपनियों में काम किया है, ने हाल ही में अपनी जर्नी शेयर की है.
उनका कहना है कि अगर आपके पास ट्रेडिशनल कंप्यूटर साइंस का बैकग्राउंड नहीं है तब भी आप सही कदम और सही सोच के साथ आगे बढ़ सकते हैं. उन्होंने कॉलेज की शुरुआत इंडस्ट्रियल डिजाइन में की, जिसका प्रोग्रामिंग से कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन बीच में ही उन्होंने कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई शुरू कर दी और अपने तीसरे साल में कोडिंग सीखना शुरू कर दिया.
इनके कई स्कूलमेट अपने स्कूल से ही कोडिंग कर रहे थे. ऐसे में उन्हें अक्सर पिछड़ा हुआ महसूस होता था. शुरुआत में उनके पास कोई बड़ी इंटर्नशिप या कोडिंग का एक्सपीरियंस नहीं था इसलिए उन्हें खुद ही सब कुछ समझना पड़ा.
उनका पहला कदम अपने रिज्यूमे को बेहतर बनाना था. शुरुआत में, उसमें केवल ट्यूशन और रेस्टोरेंट में काम जैसी नौकरियां ही थीं. इसलिए, उन्होंने एक बेहतर और रियल प्रोजेक्ट बनाने का फैसला किया. उन्होंने एक ऑनलाइन यूनिटी कोर्स का इस्तेमाल किया जिसमें 3डी गेम था. फिर उन्होंने उसे अपने रिज्यूमे में जोड़ दिया.
जेपी मॉर्गन हैकाथॉन के लिए सेलेक्ट होने में इस प्रोजेक्ट ने उनकी काफी मदद की. इसके बाद उन्हें अमेजन में इंटर्नशिप मिली और बाद में 2019 में AWS में फुल टाइम नौकरी मिल गई. उन्होंने सलाह दी है सिर्फ यह न लिखें कि आपने क्या किया बल्कि यह भी दिखाएं कि आपने क्या बनाया है. साथ ही, अपने रिज्यूमे पर बहुत से लोगों से रिस्पॉन्स न मांगे. उनका सुझाव है कि भर्म से बचने के लिए 5-7 राय बहुत हैं.
उन्होंने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट में काम करते हुए, उन्होंने लिंक्डइन पर मेटा की एक नौकरी की पोस्ट देखी. उन्होंने बिना कोई मैसेज भेजे पहले उनकी टीम पर रिसर्च की. इससे उन्हें टीम के एक सदस्य के साथ 10 मिनट की बातचीत करने में मदद मिली. इससे उन्हें एक रेफरल मिला और आखिरकार नौकरी मिल गई.
उन्होंने कहा कि रेफरल्स बहुत प्रभावशाली होते हैं. अगर आप दिलचस्पी दिखाते हैं और आपके पास अच्छे प्रोजेक्ट हैं, तो लोग आपको रेफर करने की ज्यादा संभावना रखते हैं.
इंटरव्यू में, आप कैसे सोचते हैं, यह आपके जवाब जितना ही जरूरी है. भले ही आप कोडिंग की समस्या को पूरी तरह से हल न कर पाएं, फिर भी अपने तर्क को क्लियर तरह से समझाएं.