Phone Overheating Solution: गर्मी के मौसम में लोग ही जले जा रहे हैं तो डिवाइसेज का क्या ही कहना. इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज को लेकर इतने हादसों की जानकारी दी जा रही है कि हर पल डर लगा रहता है, कहीं कोई अप्लायंस फट न जाए. हालांकि, अगर थोड़ा ध्यान रखा जाए तो इस परेशानी से निजात मिल सकती है. अगर हम फोन की बात करें तो सिर्फ गर्मी में ही नहीं बल्कि इस डिवाइस के फटने की घटनाएं हमेशा सुनने में आती रहती हैं.
हम सभी की लाइफ में फोन का इस्तेमाल बहुत ज्यादा होता है ऐसे में इसका ख्याल भी हमें ज्यादा ही रखना होगा. फोन ब्लास्ट होने से फोन को तो नुकसान होता ही है और साथ ही व्यक्ति को भी जान-माल की हानि हो सकती है. ऐसे में हम आपको दो बड़े कारण बता रहे हैं जो फोन के हीट होने और ब्लास्ट होने की घटनाओं की वजह बन जाते हैं.
अब फोन है तो ब्राइटनेस को चाहिए ही जिससे कंटेंट को अच्छे से देखा जा सकेगा. कई लोग ऐसे होते हैं जो फोन की ब्राइटनेस काफी तेज रखते हैं. कम ब्राइटनेस पर उन्हें फोन में कुछ दिखाई नहीं देता है. लेकिन ऐसा करना बेहद ही खतरनाक साबित हो सकता है. आजकल कई फोन्स बहुत ज्यादा ब्राइटनेस लेवल के साथ आते हैं. कुछ ऐसे फोन्स भी हैं जिनकी पीक ब्राइटनेस बहुत होती है और एक समय के बाद खतरनाक भी साबित हो सकती है.
कई फोन्स में ऐसी सुविधा होती है कि जब फोन ओवरहीट होने लगता है तो डिस्प्ले, ब्राइटनेस को अपने आप ही एडजस्ट कर लेती है. लेकिन जो पुराने फोन्स हैं या सस्ते फोन्स हैं उनमें ऐसी सुविधा नहीं होती है. ऐसे में ब्राइटनेस को कम ही रखें तो बेहतर होगा वरना फोन हीट हो सकता है और हादसे को निमंत्रण दे सकता है.
कई लोगों की आदत होती है कि वो फोन पर गेमिंग करते ही रहते हैं. इससे फोन सिर्फ हीट ही नहीं होता है बल्कि बैटरी लाइफ पर भी असर पड़ता है. ज्यादा और लगातार गेमिंग करने से फोन के हीट होने का खतरा हमेशा बना रहता है जिससे फोन ब्लास्ट हो सकता है. खासतौर से तब जब आप किसी ऐसी जगह हों जहां पर हवा के बजाय भयंकर गर्मी हो जैसे आउटडोर या किसी बंद कमरे में. ऐसे में हादसे से बचना है तो इस आदत को छोड़ दें. गेमिंग करें लेकिन कुछ समय के लिए.