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India Daily

क्या ChatGPT से आप भी करते हैं प्राइवेट चैट! OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन का बयान सुनकर पैरों तले खिसक जाएगी जमीन

ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन द्वारा पॉडकास्ट पर हाल ही में किए गए खुलासे से संकेत मिलता है कि चैटजीपीटी जैसे एआई चैटबॉट्स के साथ निजी बातचीत में कानूनी गोपनीयता का अभाव है.

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Edited By: Mayank Tiwari
ChatGPT For Therapy
Courtesy: Social Media

चैटजीपीटी जैसे एआई चैटबॉट्स के साथ आपकी निजी बातचीत उतनी गोपनीय नहीं हो सकती, जितना आप सोचते हैं. हाल ही में थिओ वॉन द्वारा होस्ट किए गए यूट्यूब पॉडकास्ट दिस पास्ट वीकेंड में ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने खुलासा किया कि एआई टूल्स के साथ बातचीत को डॉक्टर, वकील या थेरपिस्ट के साथ होने वाली बातचीत की तरह कानूनी गोपनीयता का संरक्षण प्राप्त नहीं है. ऑल्टमैन के अनुसार, एआई उद्योग अभी तक उपयोगकर्ताओं की गहरी निजी बातचीत को सुरक्षित रखने में सक्षम नहीं हुआ है.

निजी बातचीत पर गोपनीयता का अभाव

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ऑल्टमैन ने स्वीकार किया, “लोग अपनी जिंदगी की सबसे निजी बातें चैटजीपीटी से साझा करते हैं.” उन्होंने कहा, “लोग, खासकर युवा, इसे थेरपिस्ट या लाइफ कोच की तरह इस्तेमाल करते हैं. रिश्तों की समस्याओं के बारे में पूछते हैं कि ‘मुझे क्या करना चाहिए?’ और अभी, अगर आप थेरपिस्ट, वकील या डॉक्टर से ऐसी समस्याओं के बारे में बात करते हैं, तो इसके लिए कानूनी गोपनीयता होती है. डॉक्टर-मरीज गोपनीयता, कानूनी गोपनीयता होती है. लेकिन चैटजीपीटी के साथ बातचीत के लिए हमने अभी तक इसका समाधान नहीं निकाला.

”कानूनी जोखिम और गोपनीयता चिंता

ऑल्टमैन ने चेतावनी दी कि मुकदमे की स्थिति में यह उपयोगकर्ताओं के लिए “गोपनीयता चिंता” पैदा कर सकता है. उन्होंने बताया कि ओपनएआई को कानूनी रूप से ऐसी बातचीत के रिकॉर्ड प्रस्तुत करने पड़ सकते हैं. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह बहुत गलत है. हमें एआई के साथ आपकी बातचीत के लिए वही गोपनीयता की अवधारणा लागू करनी चाहिए, जो थेरपिस्ट के साथ होती है—और एक साल पहले तक किसी को इसके बारे में सोचने की जरूरत भी नहीं थी.”

ओपनएआई पर चल रहा मुकदमा

न्यूयॉर्क टाइम्स और अन्य वादी द्वारा ओपनएआई के खिलाफ चल रहे कॉपीराइट मुकदमे में, अखबार ने अदालत से अनुरोध किया है कि ओपनएआई को सभी उपयोगकर्ता बातचीत, यहां तक कि हटाए गए डेटा को भी अनिश्चितकाल तक बनाए रखने का आदेश दिया जाए. ओपनएआई ने इस मांग को “अतिशयोक्ति” करार देते हुए इसका विरोध किया है. कंपनी के अनुसार, चैटजीपीटी फ्री, प्लस और प्रो खातों पर उपयोगकर्ताओं द्वारा हटाए गए चैट सामान्य रूप से 30 दिनों के भीतर सिस्टम से हटा दिए जाते हैं, जब तक कि कोई कानूनी या सुरक्षा कारण न हो.

भविष्य पर क्या पड़ेगा प्रभाव!

इस मुकदमे का कानूनी परिणाम भविष्य में एआई से संबंधित मामलों में उपयोगकर्ता डेटा और एआई-जनरेटेड सामग्री को कैसे संभाला जाएगा, इस पर एक मिसाल कायम कर सकता है. यह मामला एआई और गोपनीयता के बीच बढ़ते तनाव को रेखांकित करता है.