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BFI ने लॉन्च किया पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘इंटरकनेक्ट’, इनोवेशन को मिलेगा बढ़ावा

Interconnect Digital Platform: ब्लॉकचेन फॉर इम्पैक्ट (BFI), भारत में बायोमेडिकल रिसर्च और इनोवेशन को प्रोत्साहित करता है, ने एक डिजिटल प्लेटफॉर्म इंटरकनेक्ट लॉन्च किया है. इसका उद्देश्य वैज्ञानिकों, डॉक्टरों, स्टार्टअप्स, एनजीओ और फंड देने वालों को आपस में जोड़ना और उन्हें आगे बढ़ने में मदद करना है.

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Edited By: Shilpa Srivastava
Digital

Interconnect Digital Platform: ब्लॉकचेन फॉर इम्पैक्ट (BFI), भारत में बायोमेडिकल रिसर्च और इनोवेशन को प्रोत्साहित करता है, ने एक डिजिटल प्लेटफॉर्म इंटरकनेक्ट लॉन्च किया है. इसका उद्देश्य वैज्ञानिकों, डॉक्टरों, स्टार्टअप्स, एनजीओ और फंड देने वालों को आपस में जोड़ना और उन्हें आगे बढ़ने में मदद करना है, जिससे भारत में नई हेल्थकेयर तकनीकें तैयार हो सकें. यह पहल स्वास्थ्य के क्षेत्र में नए आइडियाज को तेजी से आगे बढ़ाने में मदद करेगी, इसके लिए, यह मेंटरशिप देगी, परियोजनाओं को ज्यादा लोगों तक पहुंचाएगी. साथ ही अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञों को साथ मिलकर काम करने का मौका देगी.

अक्सर अच्छा आइडिया रखने वाले रिसर्चर, डॉक्टर और उद्यमी आपस में समन्वय स्थापित नहीं कर पाते, क्योंकि उनके पास एक-दूसरे को खोजने और बात करने का कोई पक्का तरीका नहीं होता. इसी वजह से कई बार बड़ी साझेदारियां नहीं बन पातीं. इंटरकनेक्ट इस समस्या का समाधान करता है. यह एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जहाँ लोग अपने हेल्थकेयर आइडिया साझा कर सकते हैं, सहयोगी ढूंढ़ सकते हैं और सीधे बात करके साथ काम शुरू कर सकते हैं. यहाँ भेजे गए हर प्रोजेक्ट की जांच BFI करता है जिससे यहां केवल क्वालिटी प्रोजेक्ट ही दिखाई दें.

इंटरकनेक्ट का यूजर कैसे कर सकते हैं इस्तेमाल: 

इंटरकनेक्ट पर यूजर अपने प्रोजेक्ट डाल सकते हैं, रिसर्च, मेडिसिन और पब्लिक हेल्थ जैसे अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों से जुड़ सकते हैं और प्रोजेक्ट की ऐसी जानकारियां साझा कर सकते हैं जो सार्वजनिक चर्चा के लिए सही हों. यह पूरी तरह से मुफ्त है और इसमें कोई शुल्क या सब्सक्रिप्शन नहीं है. यह प्लेटफॉर्म खासकर उन इनोवेटर्स और प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर्स (PIs) के लिए है जिनके पास साफ-साफ परिभाषित समस्याएं या समाधान हैं, लेकिन उन्हें सहयोग करने, इसे अपनाने या असली परिस्थितियों में परखने में दिक्कत हो रही है.

इंटरकनेक्ट दो बड़े कार्यक्रम भी चला रहा है-

1. कॉलेब्रेटिव प्रोजेक्ट ग्रांट्स-  इसमें ₹5 करोड़ का फंड रखा गया है, जो चार बेहतरीन सहयोगी प्रोजेक्ट्स को मिलेगा जो अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों के साथ मिलकर नई खोज करेंगे और जिनका असली दुनिया में असर दिखेगा. ये पुरस्कार ₹2 करोड़, ₹1.5 करोड़ और दो ₹75 लाख के होंगे.

2. BFI इंटरकनेक्ट फेलोशिप- यह उन इनोवेटर्स और प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर्स के लिए है जिनके आइडिया में कमर्शियल संभावना है. इसमें 12 महीने तक हर महीने ₹1,00,000 का अनुदान दिया जाएगा. पहले बैच में पांच तक फेलोशिप दी जाएंगी, जिनको ग्लोबल मेंटर्स, स्पेशल ट्रेनिंग और BFI के नेटवर्क का भी फायदा मिलेगा.

इंटरकनेक्ट में है रिवॉर्ड सिस्टम: 

इंटरकनेक्ट में iPoints का भी रिवॉर्ड सिस्टम है. इसमें उपयोगकर्ताओं को सार्थक सहयोग के लिए पॉइंट्स मिलते हैं. अगर कोई अपने ही क्षेत्र के किसी व्यक्ति के साथ प्रोजेक्ट शुरू करता है तो उसे 10 iPoints मिलते हैं. और अगर कोई डॉक्टर किसी उद्यमी या वैज्ञानिक किसी फंड देने वाले के साथ मिलकर प्रोजेक्ट करता है, तो उसे 20 iPoints मिलते हैं. ज्यादा iPoints होने पर प्रोजेक्ट और यूजर दोनों मेंटर्स, फंडर्स और अन्य लोगों को ज्यादा दिखते हैं.

इंटरकनेक्ट एक सुरक्षित और मजबूत डिजिटल सिस्टम पर बना है. इसमें रियल-टाइम नेटवर्किंग, प्रोजेक्ट ट्रैक करना और बायोमेडिकल क्षेत्र के जरूरी लोगों से जुड़ने की सुविधा है. किसी प्रोजेक्ट को खोजने से लेकर उसका प्रस्ताव तैयार करने तक, यह प्लेटफॉर्म इनोवेटर्स की चुनौतियों को आसान बनाता है जिससे वे भारत की सबसे बड़ी हेल्थकेयर समस्याओं को हल कर सकें. BFI चाहता है कि इंटरकनेक्ट के जरिए मेडिकल इनोवेशन का तरीका ही बदल जाए और भारत में एक मजबूत, सहयोगी हेल्थकेयर सिस्टम बने.