Bareilly News: बरेली में 2010 में हुए दंगे के मास्टरमाइंड मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ उनकी बहू रही निदा खान ने ही मोर्चा खोल दिया है. निदा खान ने मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ ED जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि उनके ससुर रहे मौलाना तौकीर न तो कोई नौकरी करते हैं और न ही बिजनेस. ऐसे में कहां से और कैसे दंगा फाइनेंस करवाते हैं? इतनी आलीशान जिन्दगी कैसे जी रहे हैं? आखिरकार उनके पास पैसा कहां से आ रहा है?
तीन तलाक पीड़िताओं के हक की आवाज को बुलंद करने वाली निदा खान ने मौलाना तौकीर को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर भी पिछले दिनों पोस्ट डाला था. निदा ने मौलाना तौकीर को लेकर कहा था कि वो किसी एक्टर से कम नहीं हैं. धरना प्रदर्शन के लिए कभी तबीयत खराब नहीं हुई, दंगे मामले में कोर्ट में सरेंडर करने के आदेश से तबीयत बिगड़ गई? यही असल जिंदगी के एक्टर हैं.
निदा ने एक और फेसबुक पोस्ट में मौलाना तौकीर रजा की फोटो शेयर की और लिखा कि कोर्ट ने मौलाना को भगोड़ा घोषित कर दिया है, लेकिन मौलाना तौकीर का अपना कानून है. हक जैसे बड़े शब्द इनके छोटे और झूठे मुंह से अच्छे नहीं लगते हैं. ये इतने हक वाले होते तो इनके घर की बहू अपने मायके में नहीं होती. अपने घर का मामला तो निपटा नहीं पाए, बड़ी बड़ी बातें करते हैं.
निदा खान ने कहा कि इत्तहादे मिल्लत काउंसिल (IMC) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां अभी तक भाजपा के कुछ नेताओं और पुलिस प्रशासन के फिक्स मैच पर बल्लेबाजी करते रहे हैं. यही वजह है कि मौलाना ने एक साल में 6 बार प्रदर्शन कर अपने समर्थकों के साथ सड़कों पर उतरे और अराजकता का माहौल पैदा किया. लेकिन इस बार कोर्ट से ऐसा पेंच फंस गया है कि वह मौलाना के न निगलते बन रहा है और न ही उगलते.
हाईकोर्ट से राहत न मिलने पर मौलाना 27 मार्च और फिर 1 अप्रैल कोर्ट में हाजिर नहीं हुए थे. दंगा प्रकरण की सुनवाई करते हुए जिला जज की कोर्ट ने मौलाना को भगोड़ा घोषित करते हुए 8 अप्रैल को पुलिस को गिरफ्तार कर पेश करने का आदेश दिया है. उधर, मौलाना तौकीर का भी एक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें उसने बताया है कि वो भगोड़ा नहीं है और गिरफ्तारी देने से भी नहीं डरता.