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Karnataka stampede: मेट्रो AFC गेट को फांदते दिखे लोग, भगदड़ वाले दिन बेंगलुरु मेट्रो में हुड़दंग का वीडियो वायरल

4 जून 2025 की शाम को बेंगलुरु के नम्मा मेट्रो स्टेशन पर हुई अव्यवस्था का एक वायरल वीडियो सोशल मीडिया पर तहलका मचा रहा है. इस वीडियो में सैकड़ों लोग मेट्रो स्टेशन के गेट पर कूदते और क्यूआर कोड और टोकन सिस्टम को दरकिनार करते नजर आ रहे हैं.

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Edited By: Garima Singh
Karnataka stampede
Courtesy: x

Karnataka stampede: 4 जून 2025 की शाम को बेंगलुरु के नम्मा मेट्रो स्टेशन पर हुई अव्यवस्था का एक वायरल वीडियो सोशल मीडिया पर तहलका मचा रहा है. इस वीडियो में सैकड़ों लोग मेट्रो स्टेशन के गेट पर कूदते और क्यूआर कोड और टोकन सिस्टम को दरकिनार करते नजर आ रहे हैं. यह घटना उस समय की है, जब शहर में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जीत का जश्न मनाया जा रहा था, लेकिन भीड़ के कुप्रबंधन ने स्थिति को अनियंत्रित कर दिया.  

इंस्टाग्राम पेज 'बेंगलुरु अपडेट्स' द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो में  नम्मा मेट्रो स्टेशन पर भारी भीड़ दिखाई दे रही है. दर्जनों लोग स्वचालित किराया गेट पर चढ़ते और कूदते हुए सिस्टम को पूरी तरह नजरअंदाज कर रहे हैं. भीड़भाड़ और ट्रेनों के सीमित ठहराव के कारण यात्रियों ने नियमों को ताक पर रखकर गेट पार करने का फैसला किया.

सोशल मीडिया पर गुस्सा और निराशा

सोशल मीडिया यूजर्स ने इस घटना पर कड़ा रुख अपनाया. एक यूजर ने लिखा, "यह शर्मनाक है. मैं कर्नाटक से हूं और मुझे बहुत शर्मिंदगी महसूस हो रही है. लोग टिकट के लिए ₹20-₹40 भी नहीं दे सकते? इस तरह के व्यवहार के कारण ही हम खुद को विकासशील देश कहते है. मेट्रो के गेट एक उद्देश्य से लगाए गए थे - तोड़फोड़ के लिए नहीं.'' दूसरे यूजर ने स्थिति को समझाने की कोशिश की और बताया कि बेंगलुरु मेट्रो ने भीड़ के कारण कुछ स्टेशनों पर ट्रेनों का ठहराव रोक दिया था. "प्लेटफॉर्म पर भीड़ जमा हो गई थी, लेकिन ट्रेनें नहीं रुक रही थीं. लोग दो घंटे तक फंसे रहे. 

अनुशासनहीनता पर जनता का गुस्सा

कई लोगों ने इस घटना को अनुशासन की कमी बताया. एक यूजर ने पोस्ट किया, "इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे स्थानीय हैं या दूसरे राज्यों से - इस तरह का व्यवहार अस्वीकार्य और खतरनाक है." 

बेंगलुरु मेट्रो का बयान

बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने पुष्टि की कि 4 जून को मेट्रो में रिकॉर्ड तोड़ 9,66,732 यात्रियों ने सफर किया. यह उस दिन की सबसे अधिक दैनिक सवारी थी, क्योंकि क्रिकेट प्रशंसक खिलाडियों की एक झलक पाने के लिए चिन्नास्वामी स्टेडियम के आसपास जमा हुए थे. हालांकि, यह उत्साह तब त्रासदी में बदल गया, जब स्टेडियम के पास भगदड़ मच गई. इस हादसे में 11 लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए.