menu-icon
India Daily

जामताड़ा में साइबर अपराध के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, छापेमारी में 1 गिरफ्तार, 377 सिम कार्ड और मोबाइल फोन किए जब्त

झारखंड के जामताड़ा में पुलिस ने साइबर अपराधी अकबर हुसैन को गिरफ्तार किया, जिनके पास 377 सिम कार्ड्स, मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड्स और अन्य दस्तावेज मिले. हुसैन पर आरोप है कि वह असम से सिम कार्ड्स खरीदकर साइबर अपराधियों को 1500 से 2500 रुपये में सप्लाई करता था.

auth-image
Edited By: Princy Sharma
Jamtara Cyber Crime
Courtesy: X

Jamtara Cyber Crime: झारखंड के जामताड़ा में पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एक आरोपी , अकबर हुसैन को गिरफ्तार किया है. उसके पास से 377 सिम कार्ड्स , मोबाइल फोन , एटीएम कार्ड्स और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं. हुसैन पर आरोप है कि वह असम से सिम कार्ड्स खरीदकर साइबर अपराधियों को सप्लाई करता था. 

पुलिस ने अकबर हुसैन को बारीयापुर-कलाझरिया रोड के पास एक छापे के दौरान पकड़ा. उसके पास से एक आधार कार्ड और इंडिगो फ्लाइट का टिकट भी मिला. शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि हुसैन एक बड़े साइबर क्राइम सिंडिकेट का सदस्य है. वह खुद भी फर्जी सिम और एटीएम कार्ड का इस्तेमाल करता था और इन सिम कार्ड्स को 1500 से 2500/- रुपये के बीच साइबर अपराधियों को बेचता था. 

पुलिस ने किया खुलासा

पुलिस ने खुलासा किया है कि ये सिम कार्ड्स असम से ट्रेन के जरिए जामताड़ा लाए जाते थे और फिर यहां से अन्य राज्यों में वितरित किए जाते थे. जांच में यह भी सामने आया है कि इस नेटवर्क का असर असम और पश्चिम बंगाल तक फैला हुआ था , जिससे यह रैकेट एक क्षेत्रीय समस्या बन गया है. 

बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश

जामताड़ा के पुलिस अधीक्षक राजकुमार मेहता ने इस गिरफ्तारी की अहमियत पर बात करते हुए कहा , 'यह गिरफ्तारी साइबर अपराधियों के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश करने में मददगार साबित हुई है. जामताड़ा पुलिस ऐसे ऑपरेशंस लगातार चला रही है और भविष्य में और कड़ी कार्रवाई की जाएगी.' 

आम जनता से की अपील

पुलिस अब अकबर हुसैन से पूछताछ कर रही है और उसके अन्य साथियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है. स्थानीय अधिकारियों ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखें और साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए पुलिस को तुरंत सूचित करें. 

यह गिरफ्तारी एक बड़ी जीत मानी जा रही है , लेकिन पुलिस का कहना है कि इस नेटवर्क को पूरी तरह से खत्म करने के लिए अभी और कड़ी कार्रवाई की जरूरत है.