Haryana Covid Case: हरियाणा में कोरोना एक बार फिर बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है. बीते 24 घंटों में प्रदेश के छह जिलों में 20 लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं. इन 413 संदिग्धों के सैंपल्स की जांच में यह पुष्टि हुई है. हालांकि, राहत की बात यह है कि राज्य में अभी तक कोई भी कोरोना संक्रमित गंभीर हालत में नहीं आया है.
राज्य में कुल 66 एक्टिव केस हैं, जिनमें से सबसे ज्यादा केस गुरुग्राम (22), फरीदाबाद (15) और करनाल (10) जिलों में हैं. इन तीन जिलों में कोरोना की स्थिति ज्यादा चिंताजनक बन रही है.
स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने इस बारे में कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों से घबराने की जरूरत नहीं है. उनका कहना था कि इस समय जो नया वैरिएंट है, वह हल्का और मैनेजेबल है. फिर भी, सरकार सतर्क है और सभी सिविल सर्जनों को आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं. मंत्री ने बताया कि भारत सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार, लोगों को मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने और भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचने के लिए कहा गया है.
आरती राव ने बताया कि कोरोना के शुरुआती लक्षण जैसे खांसी, जुकाम, बुखार और मांसपेशियों में दर्द दिखाई दे सकते हैं. अगर ऐसे लक्षण नजर आएं, तो बिना देर किए जांच करवाना चाहिए. अगर कोई कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है, तो उसे होम आइसोलेशन में रहकर ठीक होने का प्रयास करना चाहिए.
हरियाणा में वर्तमान में कौन सा कोविड-19 वैरिएंट सक्रिय है, इसकी जानकारी सैंपल रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगी. हालांकि, यह संभावना जताई जा रही है कि प्रदेश में ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट हो सकता है.
भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के अनुसार, भारत में कोविड-19 के NB.1.8.1 और LF.7 वैरिएंट्स के कुछ मामले सामने आए हैं, जो खासकर चीन और एशिया के अन्य हिस्सों में बढ़ रहे हैं. हालांकि, WHO ने इन्हें चिंताजनक नहीं माना है, लेकिन इन्हें निगरानी में रखा गया है.
सैनिटाइजेशन, मास्क पहनना, और सोशल डिस्टेंसिंग ही इस समय सबसे प्रभावी उपाय हैं. अगर छींक आए तो रुमाल का इस्तेमाल करें और बार-बार हाथ धोते रहें, ताकि कोरोना जैसे वायरस से बचा जा सके.