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India Daily

हरियाणा के नूंह में दो गुटों में हिंसक झड़प, आगजनी और पथराव में 10 से ज्यादा लोग घायल

हरियाणा के नूंह जिले के गांव मुड़ाका में मंगलवार को दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई. पथराव और कांच की बोतलें फेंकने के साथ-साथ बाइक और दुकानों को भी आग के हवाले कर दिया गया. इस घटना में दोनों पक्षों के 10 से ज्यादा लोग घायल हुए, जबकि गांव में तनाव का माहौल है. पुलिस ने मौके पर भारी फोर्स तैनात कर दी है.

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Edited By: Kuldeep Sharma
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Courtesy: web

नूंह के फिरोजपुर झिरका थाना क्षेत्र के गांव मुड़ाका में मामूली विवाद ने मंगलवार को उग्र रूप ले लिया. सड़क पर खड़ी गाड़ी हटाने की बात पर शुरू हुआ झगड़ा देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गया, जिसमें पथराव, कांच की बोतलें फेंकने और आगजनी की घटनाएं हुईं. इस दौरान कई लोग घायल हुए और गांव में तनाव फैल गया.

गांव के सरपंच राम सिंह सैनी के अनुसार पास के ही राजस्थान के गांव हाजीपुर के रहने वाले इसरा नामक युवक ने मुड़ाका जाने वाली सड़क पर अपनी गाड़ी खड़ी कर रखी थी. उसी रास्ते से गुजर रहे गांव के समय सिंह ने गाड़ी हटाने को कहा. इस पर दोनों में बहस हो गई और आरोप है कि कार में बैठे युवक ने कांच की बोतल समय सिंह के सिर पर मार दी, जिससे मामला बिगड़ गया.

पथराव और आगजनी से बिगड़ी स्थिति

घटना के बाद दोनों गुटों के लोग मौके पर जुट गए और देखते ही देखते पथराव शुरू हो गया. छतों से पत्थर और कांच की बोतलें फेंकी जाने लगीं. भीड़ ने एक बाइक को आग के हवाले कर दिया और कई दुकानों में आग लगा दी. सरपंच का आरोप है कि कुछ लोगों ने इस झगड़े को जानबूझकर हिंदू-मुस्लिम रंग देने की कोशिश की. उन्होंने बताया कि उनके ऊपर भी पथराव किया गया और दुकानों में तोड़फोड़ व आगजनी हुई.

पुलिस बल की तैनाती

सूचना मिलते ही फिरोजपुर झिरका थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन हिंसा पर तुरंत काबू नहीं पाया जा सका. हालात को नियंत्रित करने के लिए कई थानों की पुलिस और डीएसपी रैंक के अधिकारियों को तैनात किया गया. हरियाणा और राजस्थान दोनों राज्यों की पुलिस ने गांव में मोर्चा संभाला. घटना के बाद सड़क पर जाम की स्थिति बन गई थी, जिसे बाद में हटाया गया.

घायल अस्पताल में भर्ती

इस झड़प में घायल हुए दोनों पक्षों के लोग अस्पताल में इलाज करा रहे हैं. फिलहाल गांव और आसपास के क्षेत्रों में तनाव बना हुआ है. प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और अफवाहों से दूर रहने को कहा है. इससे पहले भी नूंह में बकरीद के दिन हिंसा हुई थी, जिसमें ईंट-पत्थर और लाठियों से हमले किए गए थे और कई लोग घायल हुए थे.