Saurabh Bhardwaj press conference: आम आदमी पार्टी (AAP) के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में 27 साल बाद सत्ता में आई BJP को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में भीड़ जुटाने के लिए सरकारी कर्मचारियों और गरीब तबके को जबरदस्ती लाना पड़ रहा है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए भारद्वाज ने कहा, “पिछले 6 महीने में BJP ने दिल्ली की जनता के साथ जो व्यवहार किया, उससे लोग इतने नाराज हैं कि कोई स्वेच्छा से PM की रैली में नहीं जाना चाहता.”
सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि BJP ने रैली में 1 लाख लोगों को जुटाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन जनता की नाराजगी के कारण उन्हें सरकारी कर्मचारियों को “डंडे के जोर” पर लाना पड़ रहा है. “यह शर्मनाक है कि नगर निगम के कर्मचारी, मलेरिया विभाग, लाइसेंस विभाग और स्कूल शिक्षकों को जबरदस्ती रैली में शामिल होने के लिए मजबूर किया जा रहा है,” उन्होंने कहा. भारद्वाज ने नगर निगम के शिक्षा विभाग के सेंट्रल जोन के डिप्टी कमिश्नर द्वारा जारी एक आदेश पत्र भी दिखाया, जिसमें लिखा था कि शिक्षकों को सुबह 7:00 बजे निर्दिष्ट स्थान पर पहुंचना अनिवार्य है, और 7:30 बजे बसें PM की रैली के लिए रवाना होंगी. आदेश में अनुपस्थिति पर कार्रवाई की धमकी भी दी गई है.
जन्माष्टमी के बाद छुट्टी में भी जबरदस्ती
भारद्वाज ने बताया कि जन्माष्टमी के अगले दिन, जब लोग नवमी की पूजा या आराम के लिए समय चाहते थे, तब भी BJP ने कर्मचारियों को रैली में शामिल होने के लिए बाध्य किया. “जिन कर्मचारियों ने जन्माष्टमी पर देर रात तक पूजा-पाठ किया, उन्हें छुट्टी के दिन सुबह 7:00 बजे रैली में हाजिरी के लिए बुलाया गया. यह तानाशाही नहीं तो और क्या है?” उन्होंने सवाल उठाया.
जनता की नाराजगी और BJP की नीतियां
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली की जनता BJP से इसलिए नाराज है, क्योंकि “BJP ने छल से सत्ता हासिल की. फर्जी वोट, पैसे का दुरुपयोग और सत्ता का गलत इस्तेमाल कर दिल्ली में सरकार बनाई गई.” उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता में आने के बाद BJP ने प्राइवेट स्कूलों की फीस बढ़ा दी, जिससे मध्यम वर्ग नाराज है. साथ ही, झुग्गी बस्तियों पर बुलडोजर चलाकर लाखों लोगों को बेघर किया गया, जिससे गरीब वर्ग में आक्रोश है. हाल की बारिश में BJP की लापरवाही से 30 लोगों की मौत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “लोग आवारा कुत्तों की सुरक्षा के लिए इकट्ठा हो रहे हैं, लेकिन PM की रैली में जाने को तैयार नहीं.”
सफाई कर्मचारियों और रेहड़ी-पटरी वालों पर दबाव
प्रेस वार्ता में भारद्वाज ने कुछ वीडियो भी दिखाए, जिसमें सफाई कर्मचारियों को जबरदस्ती रैली में ले जाया जा रहा था. एक वीडियो में एक महिला सफाई कर्मचारी कह रही थी, “हमें अष्टमी की पूजा करनी थी, लेकिन छुट्टी के दिन भी बुलाकर बस में बैठा दिया गया. हमें नहीं पता कि हमें कहां ले जाया जा रहा है.” इसके अलावा, रेहड़ी-पटरी वालों को भी धमकी दी गई कि अगर वे रैली में नहीं गए, तो उनकी आजीविका छीन ली जाएगी.
BJP की बदहाली का सबूत
सौरभ भारद्वाज ने कहा, “BJP की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि गरीब आदमी उनकी रैली में जाने को तैयार नहीं, और अमीर आदमी टीवी पर BJP को देखना नहीं चाहता.” उन्होंने BJP पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली की जनता अब उनके झूठ और धोखे को समझ चुकी है.