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India Daily

Nalanda Family Suicide Case: कर्ज के बोझ तले टूटा परिवार, पांच सदस्यों ने एक साथ खाया जहर, जानें मामला

Nalanda Family Suicide Case: बिहार के नालंदा जिले में राजगीर के पास एक ही परिवार के चार सदस्यों ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली. मृतकों में एक महिला और उसके तीन नाबालिग बच्चे हैं. महिला का पति अस्पताल में भर्ती है. शुरुआती जांच में कर्ज और साहूकारों की प्रताड़ना की बात सामने आ रही है. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.

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Edited By: Km Jaya
Bihar family suicide
Courtesy: Social Media

Nalanda Family Suicide Case: बिहार के नालंदा जिले के राजगीर शहर में शुक्रवार शाम एक दर्दनाक घटना में एक ही परिवार के चार सदस्यों ने कथित रूप से जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली. मृतकों में एक महिला और उसके तीन नाबालिग बच्चे शामिल हैं. घटना की पुष्टि पुलिस ने की है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान 38 वर्षीय सोनी देवी, उनकी बेटियों दीपिका कुमारी और अरिकी कुमारी तथा बेटे शिवम कुमार के रूप में की गई है. परिवार राजगीर के पावापुरी जलमंदिर क्षेत्र के पास किराए के मकान में रहता था.

इलाज के दौरान हुई मौत 

डिप्टी एसपी सुनील कुमार ने बताया कि शुक्रवार की शाम पुलिस को सूचना मिली कि एक परिवार के पांच सदस्य अपने घर में बेसुध हालत में पड़े हैं. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और सभी को अस्पताल ले जाया गया, जहां चार लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई. महिला का पति धर्मेंद्र कुमार गंभीर हालत में भर्ती है और उसका इलाज चल रहा है. 

आत्महत्या के पीछे के कारण

फिलहाल आत्महत्या के पीछे के कारणों की स्पष्ट जानकारी नहीं मिल सकी है. पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच के आधार पर परिवार के ऊपर कर्ज का बोझ था और वे कथित रूप से साहूकारों द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित किए जा रहे थे. हालांकि, पुलिस इस पूरे मामले की विस्तृत जांच कर रही है.

अधिकारियों में मचा हड़कंप 

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया. आसपास के लोग भी स्तब्ध रह गए, क्योंकि यह परिवार शांत और सामान्य जीवन जीता प्रतीत होता था.

हर पहलू की जांच 

पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटना से संबंधित हर पहलू की जांच शुरू कर दी है. घर से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन परिवार की वित्तीय स्थिति और अन्य पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है.

दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई

इस घटना ने एक बार फिर कर्ज और सामाजिक दबावों के चलते आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं. प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी यदि किसी प्रकार की प्रताड़ना का प्रमाण मिलता है.