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Bihar Chunav 2025: भोजपुर की रैली में प्रशांत किशोर को लगी चोट, दर्द से कराहते हुए हॉस्पिटल में एडमिट

बिहार के चर्चित राजनीतिक रणनीतिकार और जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर शुक्रवार को आरा के वीर कुंवर सिंह स्टेडियम में आयोजित बदलाव यात्रा के दौरान गंभीर रूप से चोटिल हो गए.

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Edited By: Garima Singh
Prashant Kishor Rally 
Courtesy: X

Prashant Kishor Rally: बिहार के चर्चित राजनीतिक रणनीतिकार और जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर शुक्रवार को आरा के वीर कुंवर सिंह स्टेडियम में आयोजित बदलाव यात्रा के दौरान गंभीर रूप से चोटिल हो गए. यह घटना उस समय हुई जब वह सभा को संबोधित करने के लिए मैदान पहुंचे थे. इस हादसे ने न केवल उनके समर्थकों को चिंता में डाल दिया, बल्कि कार्यक्रम में भी अनिश्चितता का माहौल पैदा कर दिया.

प्रशांत किशोर दोपहर साढ़े तीन बजे वीर कुंवर सिंह स्टेडियम में सभा को संबोधित करने वाले थे, लेकिन वह शाम छह बजे पहुंचे. मैदान के बाहर उनके स्वागत के लिए भारी भीड़ जमा थी. उत्साहित समर्थकों के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई, और इसी दौरान एक वाहन के खुले दरवाजे से उनके सीने पर गंभीर चोट लग गई. चोट इतनी गंभीर थी कि उन्हें तत्काल स्थानीय निजी अस्पताल ले जाया गया.

अस्पताल में प्राथमिक उपचार, पटना रेफर

आरा के एक निजी अस्पताल में प्रशांत किशोर का प्राथमिक उपचार किया गया. अस्पताल में मौजूद डॉ. विजय गुप्ता ने बताया, "सीटी स्कैन की रिपोर्ट सामान्य है. उन्हें पसली में दर्द की शिकायत थी, लेकिन कोई गंभीर खतरा नहीं है. दो-तीन दिन आराम करने के बाद वह पूरी तरह स्वस्थ हो जाएंगे." प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए प्रशांत किशोर को पटना रेफर कर दिया गया, जहां वह विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में रहेंगे.

सभा में असमंजस, समर्थकों में निराशा

वीर कुंवर सिंह स्टेडियम में प्रशांत किशोर के भाषण का इंतजार कर रहे हजारों समर्थकों के बीच इस घटना से असमंजस की स्थिति बन गई. मंच से बार-बार घोषणा की जा रही थी कि वह जल्द ही सभा को संबोधित करने पहुंचेंगे, लेकिन चोट की गंभीरता के कारण वह मंच पर नहीं आ सके. समर्थकों में निराशा छा गई, और कई लोग उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए मैदान से लौट गए.

बदलाव यात्रा का महत्व

प्रशांत किशोर की बदलाव यात्रा बिहार में राजनीतिक और सामाजिक बदलाव का एक प्रमुख अभियान बन चुका है. इस यात्रा के तहत वह राज्य के विभिन्न हिस्सों में जनसभाएं कर रहे हैं, ताकि लोगों को अपने विजन से जोड़ा जा सके. आरा की यह सभा भी इसी कड़ी का हिस्सा थी, लेकिन इस अप्रत्याशित घटना ने कार्यक्रम को प्रभावित किया.