क्रिकेट की दुनिया में कुछ देश ऐसे हैं, जिनके सामने खेलना किसी भी टीम के लिए बड़ी चुनौती होता है. खासकर, एशिया के देशों से आने वाली टीमों के लिए ये देश और भी मुश्किल साबित होते हैं. इन देशों को सामूहिक रूप से "सेना" (SENA) के नाम से जाना जाता है, जिसमें दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं.
अलग तरह की पिचें: सेना देशों की पिचें एशिया की धीमी और स्पिन लेने वाली पिचों से बिल्कुल अलग होती हैं. यहां की पिचें तेज गेंदबाजों की मदद करती हैं, जहां गेंद को हवा में घुमाना (स्विंग), उछाल लेना और तेज गति से आना बल्लेबाजों के लिए बड़ी चुनौती होती है. एशिया के बल्लेबाज धीमी पिचों के आदी होते हैं, इसलिए उन्हें सेना की पिचों पर ढलने में काफी मेहनत करनी पड़ती है.
मौसम का मिजाज़: खासकर इंग्लैंड में, मौसम का बार-बार बदलना भी बल्लेबाजों के लिए मुसीबत खड़ी करता है. आसमान में छाए बादल स्विंग और सीम गेंदबाजी को और ज्यादा असरदार बना देते हैं. नतीजन, सेना देशों का दौरा करने वाली टीमों को पिचों के साथ-साथ मौसम से भी लड़ना पड़ता है.
इन चुनौतियों के बावजूद, कुछ भारतीय गेंदबाजों ने सेना देशों में कमाल का प्रदर्शन किया है. उनकी सफलता का राज है उनकी खास तरह की गेंदबाजी कला, जो इन परिस्थितियों में कारगर साबित होती है.
तेज रफ्तार और अनोखे एक्शन के मेल से बुमराह विकेट लेने की मशीन बन जाते हैं. महत्वपूर्ण समय पर वे बड़े विकेट लेकर मैच पलट देते हैं. उनकी ताक़त है तेजी पैदा करना, गेंद को उछाल देना, नई और पुरानी दोनों गेंदों का बेहतर इस्तेमाल और कई तरह की गेंदें फेंकने की कला.
भारत की SENA जीत में स्पिन गेंदबाज़ी का अहम हिस्सा थे प्रसन्ना. वे गेंद को टर्न कराने और हवा में ज्यादा देर रखने में माहिर थे, जिससे बल्लेबाज़ों को परेशानी होती थी. उनकी ताक़त थी गेंद को हवा में ऊंचा फेंकना, स्पिन में थोड़ा बदलाव लाना और पिच के मुताबिक गेंदबाजी करना.
अपने अनोखे एक्शन से SENA में बल्लेबाज़ों को हैरान करते थे चंद्रशेखर. वे साझेदारी तोड़ने और महत्वपूर्ण विकेट लेने में माहिर थे. उनकी ताक़त थी तेज़ लेग स्पिन, गेंद को ज़्यादा टर्न कराना और लाइन-लेंथ में सटीकता.
अनुभवी इशांत शर्मा भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण में मजबूती लाते थे. वे गेंद को लगातार एक लाइन-लेंथ में फेंकते थे, ज़्यादा उछाल निकालते थे और सीम मूवमेंट से विकेट लेते थे. उनकी ताक़त थी लाइन-लेंथ में निरंतरता, पिच से उछाल निकालने की कला और लंबे स्पेल.
उभरते हुए तेज गेंदबाज सिराज दोनों तरफ गेंद को स्विंग कराने और तेजी पैदा करने में माहिर हैं. उनका आक्रामक रवैया और महत्वपूर्ण विकेट लेने की क्षमता उन्हें भविष्य का सितारा बनाती है. उनकी ताकत है गेंद को झुकाना, रफ्तार में बदलाव लाना और मैदान पर कभी हार न मानने का जुनून.