S. Sreesanth: पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज एस. श्रीसंत एक बार फिर विवादों में फंस गए हैं. केरल क्रिकेट एसोसिएशन (KCA) ने उन पर तीन साल का प्रतिबंध लगा दिया है. यह कार्रवाई संजू सैमसन के चैंपियंस ट्रॉफी टीम से बाहर होने से जुड़े विवाद में श्रीसंत के कथित तौर पर "गलत और अपमानजनक" बयानों के बाद की गई है.
केरल क्रिकेट एसोसिएशन ने 30 अप्रैल को एर्नाकुलम में हुई अपनी विशेष बैठक में श्रीसंत को क्रिकेट से जुड़ी किसी भी गतिविधि में हिस्सा लेने से तीन साल के लिए निलंबित करने का फैसला किया. KCA का कहना है कि श्रीसंत ने संजू सैमसन के समर्थन में बयान देते हुए एसोसिएशन के खिलाफ गलत और अपमानजनक टिप्पणियां कीं.
यह पूरा मामला संजू सैमसन के विजय हजारे ट्रॉफी के लिए केरल की टीम से बाहर होने से शुरू हुआ. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस टूर्नामेंट में नहीं खेलने की वजह से संजू को 2025 की चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में जगह नहीं मिली. इस फैसले की आलोचना हुई और श्रीसंत ने खुलकर KCA पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि KCA स्थानीय मलयाली खिलाड़ियों को मौके नहीं देता और बाहरी राज्यों के खिलाड़ियों को तरजीह देता है.
श्रीसंत के अलावा KCA ने कोल्लम एरीज, अल्लेप्पी टीम लीड और अल्लेप्पी रिपल्स जैसी केरल क्रिकेट लीग की फ्रेंचाइजियों को भी नोटिस जारी किया था, क्योंकि श्रीसंत कोल्लम एरीज के सह-मालिक हैं. इसके साथ ही KCA ने संजू सैमसन के पिता सैमसन विश्वनाथ के खिलाफ भी बड़ा आरोप लगाया है. तो वहीं दो लोगों के खिलाफ और भी "बेबुनियाद आरोप" लगाने के लिए मानहानि का दावा करने का फैसला किया है. KCA का कहना है कि इन लोगों ने संजू के नाम का इस्तेमाल करके एसोसिएशन की छवि खराब की.
श्रीसंत का विवादों से पुराना नाता रहा है. 2013 में आईपीएल स्पॉट-फिक्सिंग कांड में उनकी गिरफ्तारी हुई थी, जिसके बाद BCCI ने उन पर आजीवन प्रतिबंध लगाया था. 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने इस बैन को हटाया और 2020 में सात साल का निलंबन खत्म होने के बाद श्रीसंत ने केरल के लिए घरेलू क्रिकेट में वापसी की.