menu-icon
India Daily

 597 ड्रोन, 26 मिसाइलें...रूस का यूक्रेन पर इस महीने का चौथा बड़ा हमला, जेलेंस्की बोले- अब केवल ताकत...

जेलेंस्की ने टेलीग्राम ऐप पर कहा, "रूस के हवाई हमलों की गति को देखते हुए त्वरित निर्णयों की जरूरत है. इसे अब कड़े प्रतिबंधों से रोका जा सकता है."

auth-image
Edited By: Sagar Bhardwaj
Russia launched its fourth major attack on Ukraine this month On Saturday

रूस ने शनिवार को यूक्रेन पर सैकड़ों ड्रोन और दर्जनों मिसाइलों से हमला किया, जो इस महीने का चौथा बड़ा हमला था. पश्चिमी यूक्रेन के शहरों, विशेष रूप से चेर्निवत्सी, ल्विव और लुत्स्क को निशाना बनाया गया, जिसमें रोमानिया सीमा के पास चेर्निवत्सी में दो लोगों की मौत हो गई. 

यूक्रेन ने मार गिरा 319 ड्रोन

राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने बताया कि रूस ने 597 ड्रोन और 26 मिसाइलें दागीं, जिनमें से यूक्रेनी वायु रक्षा इकाइयों ने 25 मिसाइलों और 319 शाहेद ड्रोन को मार गिराया, जबकि 258 अन्य ड्रोन को इलेक्ट्रॉनिक युद्ध के जरिए निष्क्रिय किया गया. इस हमले में खार्किव, सूमी, ल्विव, लुत्स्क और चेर्निवत्सी में बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा, जिसमें 20 लोग घायल हुए. चेर्निवत्सी में एक 26 वर्षीय महिला और 43 वर्षीय पुरुष की मौत हो गई, जबकि 14 अन्य घायल हुए. 

जेलेंस्की बोले- अब केवल ताकत से रोका जा सकता है यह युद्ध

जेलेंस्की ने टेलीग्राम ऐप पर कहा, "रूस के हवाई हमलों की गति को देखते हुए त्वरित निर्णयों की जरूरत है. इसे अब कड़े प्रतिबंधों से रोका जा सकता है." उन्होंने रूस पर सख्त प्रतिबंध और यूक्रेन के लिए बेहतर वायु रक्षा की मांग की. "यह युद्ध केवल ताकत से रोका जा सकता है. हमें अपने सहयोगियों से केवल संकेत नहीं, बल्कि ठोस कदम चाहिए जो जिंदगियां बचाएंगे."

पश्चिमी शहरों में भारी तबाही

ल्विव में 46 आवासीय मकान, एक विश्वविद्यालय भवन, अदालतें और लगभग 20 छोटे-मध्यम व्यवसायों की इमारतें क्षतिग्रस्त हुईं. ल्विव के 64 वर्षीय निवासी ओलेह सिदोरोव ने रॉयटर्स को बताया, "खिड़कियां और दरवाजे उड़ गए. पर्दे गिर गए, टीवी फेंका गया. अपार्टमेंट कांच के टुकड़ों से भरा है. यह भयानक है. मैं अपार्टमेंट साफ करना चाहता हूं, लेकिन रात में सोना मुश्किल होगा, क्योंकि खिड़की नहीं है."

यूक्रेन में बढ़ते हमलेरूस ने जून से यूक्रेन पर ड्रोन और मिसाइल हमलों को तेज कर दिया है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार मिशन के अनुसार, जून में तीन साल में सबसे अधिक नागरिक हताहत हुए, जिसमें 232 लोग मारे गए और 1,343 घायल हुए.