हाल ही में चीन ने अपनी सैन्य शक्ति का एक और प्रदर्शन करते हुए DF-5B नामक लंबी दूरी की इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) को दुनिया के सामने पेश किया है. यह मिसाइल न केवल अपनी तकनीकी क्षमता के लिए चर्चा में है, बल्कि इसके पीछे छिपे सामरिक संदेश ने भी वैश्विक मंच पर हलचल मचा दी है. आइए, इस मिसाइल की विशेषताओं और इसके प्रभावों को विस्तार से समझते हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, DF-5B एक ऐसी मिसाइल है जो कई परमाणु वारहेड्स ले जाने में सक्षम है. प्रत्येक वारहेड की विस्फोटक शक्ति हिरोशिमा पर 1945 में गिराए गए परमाणु बम से 200 गुना अधिक है.
DF-5B मिसाइल: शक्ति और दायरा
विशेषज्ञों के अनुसार, इन वारहेड्स में 3 से 4 मेगाटन की विनाशकारी शक्ति है, जो एक पूरे शहर को पलभर में तबाह करने की क्षमता रखती है. इसकी मारक क्षमता 12,000 किलोमीटर तक है, यानी बीजिंग से लॉन्च होने पर यह मिसाइल मात्र 30 मिनट में न्यूयॉर्क जैसे शहरों तक पहुंच सकती है. “सोचकर ही डर लगता है कि इतने कम समय में एक पूरा शहर खाक हो सकता है.
पुरानी तकनीक, नया संदेश
हालांकि DF-5B कोई नई तकनीक नहीं है और यह मिसाइल कई वर्षों से चीन के सैन्य भंडार में मौजूद है, लेकिन इसके हालिया प्रदर्शन का उद्देश्य स्पष्ट है. चीन इस मिसाइल के माध्यम से विश्व को अपनी सैन्य ताकत का संदेश देना चाहता है. यह कदम न केवल उसकी रक्षा तैयारियों को दर्शाता है, बल्कि वैश्विक मंच पर उसकी सामरिक स्थिति को और मजबूत करने की मंशा को भी उजागर करता है. यह प्रदर्शन ऐसे समय में हुआ है जब वैश्विक भू-राजनीति में तनाव चरम पर है, जिससे कई देशों में चिंता बढ़ गई है.
वैश्विक चिंता और खतरे की आशंका
DF-5B की रेंज और विनाशकारी शक्ति को देखते हुए यह स्पष्ट है कि यह मिसाइल वैश्विक सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा हो सकती है. “हिरोशिमा पर गिराया गया बम सिर्फ 15 किलोटन की शक्ति का था. उसने कितना नुकसान पहुंचाया, यह हम सभी जानते हैं. DF-5B के वारहेड्स उससे 200 गुना ज्यादा शक्तिशाली हैं.” हालांकि, चीन का दावा है कि यह मिसाइल केवल रक्षात्मक उद्देश्यों के लिए है, लेकिन कई देश इसे एक आक्रामक हथियार के रूप में देख रहे हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के हथियारों का प्रदर्शन वैश्विक शक्ति संतुलन को प्रभावित कर सकता है.
भविष्य की चुनौतियां
DF-5B का लॉन्च विश्व समुदाय के लिए एक चेतावनी है. यह मिसाइल न केवल तकनीकी रूप से उन्नत है, बल्कि इसके पीछे छिपा सामरिक उद्देश्य भी गंभीर है. वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए यह आवश्यक है कि सभी देश इस तरह के हथियारों के उपयोग पर संयम बरतें और कूटनीतिक रास्तों को अपनाएं.