Who Is Mohammad Mokhber: हेलिकॉप्टर हादसे में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के मारे जाने के बाद अब अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में मोहम्मद मोखबर का चयन किया गया है. मोखबर ईरानी अधिकारियों की एक टीम का हिस्सा थे, जिन्होंने अक्टूबर में मॉस्को का दौरा किया था. इस दौरान रूस की सेना को सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों और अधिक ड्रोन की आपूर्ति करने पर सहमति व्यक्त की थी.
ईरान के पहले उपराष्ट्रपति 68 साल के मोहम्मद मोखबर के बारे में कुछ मुख्य तथ्य दिए गए हैं, जो इब्राहिम रायसी की मौत के बाद अंतरिम राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं. आइए, जानते हैं कि आखिर कौन हैं मोहम्मद मोखबर.
अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में मोखबर, संसद के अध्यक्ष और न्यायपालिका के प्रमुख के साथ तीन सदस्यीय परिषद का हिस्सा हैं. अंतरिम राष्ट्रपति बनने के बाद 50 दिनों के अंदर ईरान के नए राष्ट्रपति का चुनाव किया जाएगा. 1 सितंबर, 1955 को जन्मे मोखबर को रईसी की तरह सर्वोच्च नेता अली खामेनेई के करीबी के रूप में देखा जाता है, जिनकी राज्य के सभी मामलों में अंतिम राय होती है. 2021 में रायसी के राष्ट्रपति चुने जाने पर मोखबर पहले उपराष्ट्रपति बने थे.
मोखबर पहले सर्वोच्च नेता से जुड़े निवेश कोष, सेताड के प्रमुख थे. 2010 में, यूरोपीय संघ ने मोखबर को उन व्यक्तियों और संस्थाओं की सूची में शामिल किया जिन पर वह परमाणु या बैलिस्टिक मिसाइल गतिविधियों में कथित संलिप्तता के लिए प्रतिबंध लगा रहा था. दो साल बाद, इसने उन्हें सूची से हटा दिया था.
ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने एक इंवेस्टमेंट फंड 'सेटाड' बनाया था, जिसका नेतृत्व मोखबर ने किया है. इसकी जिम्मेदारी मोखबर को खुद खामनेई ने 2007 में सौंपी थी. सेटाड का पूरा नाम इजराय फरमाने हजरते इमाम (इमाम के आदेश को अमलीजामा पहनाने वाला मुख्यालय) है. सेटाड की स्थापना इस्लामिक गणराज्य के संस्थापक, खामेनेई के पहले के नेता अयातुल्ला रुहोल्लाह खुमैनी की ओर से की गई थी.