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India Daily

'मच्छरों की फौज' तैयार कर रहा ब्राजील, 1.4 करोड़ लोगों को डेंगू, जीका और चिकनगुनिया से बचाएगी सुपर मॉस्किटो फैक्ट्री

Brazil Mosquito Factory: डेंगू, जिसे ‘हड्डी तोड़ बुखार’ कहा जाता है, हर साल करोड़ों लोगों को प्रभावित करता है. ब्राजील में 2024 में 65 लाख मामले और 6,297 मौतें दर्ज की गईं. 

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Edited By: Reepu Kumari
Brazil Mosquito Factory
Courtesy: Pinterest

Brazil Mosquito Factory: मच्छर सुनते ही आपके दिमाग में क्या ख्याल आता है. यही की रात में निंद खराब करना और गंदगी. ब्राजील ने दुनिया की सबसे बड़ी ‘मच्छर फैक्ट्री’ खोलकर सार्वजनिक स्वास्थ्य में नई क्रांति की शुरुआत की है. कुरितिबा शहर में स्थापित यह फैक्ट्री वोल्बैकिया बैक्टीरिया से संक्रमित मच्छरों का उत्पादन करती है, जो डेंगू, जीका और चिकनगुनिया जैसी खतरनाक बीमारियों को फैलने से रोकते हैं.

 हर हफ्ते 10 करोड़ अंडों का उत्पादन होने वाला यह प्रोजेक्ट करीब 1.4 करोड़ लोगों को रोगों से बचाने में मदद करेगा. फैक्ट्री ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय के सहयोग से काम कर रही है और यह विज्ञान और तकनीक का एक अद्भुत उदाहरण है, जहां दुश्मन को ही दोस्त बनाकर बीमारी से लड़ाई लड़ी जा रही है.

‘हड्डी तोड़ बुखार

डेंगू, जिसे ‘हड्डी तोड़ बुखार’ कहा जाता है, हर साल करोड़ों लोगों को प्रभावित करता है. ब्राजील में 2024 में 65 लाख मामले और 6,297 मौतें दर्ज की गईं. पारंपरिक कीटनाशक और अन्य उपाय विफल होने के बाद, वर्ल्ड मॉस्किटो प्रोग्राम ने वोल्बैकिया बैक्टीरिया आधारित मच्छर प्रजनन का तरीका अपनाया. लैब में तैयार मच्छर जंगली मच्छरों से संभोग करते हैं और बैक्टीरिया अगली पीढ़ी में पास हो जाता है, जिससे वायरस फैलने की क्षमता खत्म हो जाती है. नाइतेरोई जैसे शहरों में डेंगू के मामले 69% तक कम हो चुके हैं, और फैक्ट्री से आने वाली मच्छर रिलीज प्रक्रिया से यह सफलता और बढ़ने की उम्मीद है.

ब्राजील में क्यों बनी मच्छर फैक्ट्री?

डेंगू और अन्य वायरस फैलाने वाले मच्छरों को नियंत्रित करने के लिए यह नई पहल आवश्यक थी. पारंपरिक उपाय विफल होने के कारण विज्ञान ने समाधान निकाला.

कैसे काम करती है फैक्ट्री?

3500 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैली फैक्ट्री में 70 कर्मचारी हर हफ्ते 10 करोड़ मच्छरों के अंडे तैयार करते हैं. विशेष ऑटोमेशन मशीनें अंडों को बैक्टीरिया से संक्रमित करती हैं और इन्हें डेंगू हॉटस्पॉट में छोड़ा जाता है.

परिणाम और प्रभाव

वोल्बैकिया बैक्टीरिया वाले मच्छरों से अगली पीढ़ी वायरस नहीं फैला पाती. नेचर जर्नल 2025 के अनुसार, कोलंबिया और इंडोनेशिया में यह तरीका सफल रहा है. ब्राजील में नाइतेरोई शहर में चिकनगुनिया 56% और जिका 37% कम हुए.

2025 में डेंगू के 30 लाख मामलों के बावजूद, यह फैक्ट्री ब्राजील की बायोटेक्नोलॉजी और सार्वजनिक स्वास्थ्य नेतृत्व की मिसाल साबित हो रही है.