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India Daily

गाजा में शांति के लिए अमेरिका के शरण में मुस्लिम देश! क्या ट्रंप के 3 सूत्री प्लान से इजरायल वापस लेगा अपना कदम?

अरब के देशों और कई मुस्लिम देश मिलकर न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की वार्षिक बैठक से हटकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे. इस दौरान इजरायल द्वारा गाजा पर किए जा रहे हमले पर रोक लगाने की चर्चा की जाएगी. जिसमें ट्रंप पहली बार इस मुद्दे पर अमेरिका की प्लानिंग के बारे में बता सकते हैं.

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Edited By: Shanu Sharma
Donald Trump on Israel-Gaza War
Courtesy: X (@Robiiin_Hoodx, @VividProwess)

Donald Trump on Israel-Gaza War: न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की वार्षिक बैठक के दौरान इससे हटके मुस्लिम देशों के नेताओं ने अलग से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने की योजना बनाई है. जिसमें गाजा में इजरायल द्वारा किए जा रहे हमले और जनसंहार से राहत पाने के तरीके पर चर्चा करेंगे. हालांकि इसकी कोई आधिकारिक जानकारी व्हाइट हाउस की ओर से नहीं दी गई है. 

ट्रंप के साथ इस चर्चा में सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, मिस्त्र, जॉर्डन और पाकिस्तान समेत अन्य देशों के नेता या फिर वहां के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे. माना जा रहा है कि इस बैठक में ट्रंप अरब के देशों को गाजा में युद्ध खत्म करने की अमेरिका की प्लानिंग के बारे में बताएंगे. 

महासभा के भाषण में होगा गाजा के प्रस्ताव पर चर्चा?

 अमेरिका और अरब के दो अधिकारियों ने एक्सियोस की एक रिपोर्ट के हवाले से बताया कि मंगलवार को मुस्लिम नेताओं का एक समूह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से गाजा-इजरायल युद्ध पर बात करेंगा. जिसमें ट्रंप गाजा में युद्ध विराम और उसके बाद वहां के नए शासन के निर्माण को लेकर अमेरिका की प्लानिंग के बारे में बताएंगे. हालांकि यह अभी तक फाइनल नहीं हो पाया है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के भाषण में ट्रंप गाजा के प्रस्तावों पर चर्चा करेंगे भी या नहीं? सूत्रों का कहना है कि इस दौरान राष्ट्रपति ट्रंप मुख्त रुप से तीन बातें रख सकते हैं. जिसमें सबसे पहली बात बंधकों की रिहाई होगी. इसके अलावा गाजा से इजरायल की वापसी और युद्धविराम के बाद गाजा में ऐसे शासन को स्थापित करना, जिसमें हमास की दूर-दूर तक कोई भूमिका ना हो. 

शांति के लिए सैनिकों को गाजा भेजने पर बात?

डोनाल्ड ट्रंप ने इससे पहले अब तक इजरायल-गाजा युद्ध समाप्ति पर कोई ठोस प्रस्ताव नहीं रखा है, अगर ट्रंप इस पर बात करतें हैं तो यह अबतक अमेरिका द्वारा उठाया गया सबसे कठोर कदम होगा. रिपोर्ट की मानें तो ट्रंप का यह भी मानना है कि गाजा का समर्थन कर रहे सभी मुस्लिम देशों को शांति के लिए अपने सैनिकों को गाजा भेजना चाहिए. ताकी इजरायल अपने सैनिकों को वापस बुलाए. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो ने इस बात पर सहमति भी जताई है कि गाजा में शांति स्थापित करने के लिए वे सैनिकों को भेजने के लिए तैयार हैं. हालांकि दूसरी ओर देखे तो इजरायल अब हवाई हमले के बाद जमीनी स्तर पर हमले कर रहा है. वहीं अपनी सेना को गाजा शहर पर कब्जा के लिए आगे भी भेज रहा है. जिससे की नेतन्याहू अपने 'ग्रेटर इजरायल' के सपने को पूरा कर सकें और इस दिसा में नेतन्याहू अपना आधा लक्ष्य हासिल कर चुके हैं.