इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. हाल ही में इजरायली सेना ने गाजा में स्पेशल ऑपरेशन को अंजाम दिया है. जिसमें इजरायली सेना के जवानों ने अपनी जान पर खेलकर चार बंधकों को हमास के कब्जे से छुड़ाया है. यह इजरायली सेना के लिए सबसे खतरनाक और मुश्किल टॉस्क था. इस ऑपरेशन को करने के लिए इजरायली सेना को अलग से ट्रेनिंग लेनी पड़ी थी.
इस ऑपरेशन में इजरायली सेना ने हमास की दो इमारतों पर छापा मारने के बाद महीनों से कैद चार इजरायलियों को रिहा करवाया है. पिछले साल 7 अक्टूबर के दिन म्यूजिक फेस्टिवल के दौरान इन लोगों का अपहरण किया गया था. हालांकि, यह ऑपरेशन 210 निर्दोष फिलिस्तीनियों की लाशें गिरने के बाद पूरा हुआ है. मरने वालों में ज्यादातर बच्चे और महिलाएं हैं.
इजरायल सुरक्षा बल (आईडीएफ) ने इस ऑपरेशन का वीडियो जारी किया है जिसमें साफतौर पर देखा जा सकता है कि किस प्रकार से बड़ी चलाकी और बहादुरी के साथ इजरायली सेना ने वायुसेना की मदद से गाजा के बीचोंबीच उतरकर ऑपरेशन को अंजाम दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली सेना ने गाजा में ऑपरेशन के दौरान हमास के कब्जे से नोआ अरगामनी उम्र 27 साल, अलमोग मीर उम्र 22 साल, एंद्रेई कोज़लोव उम्र 27 साल और सलोमी जीव जिनकी उम्र 41 साल को छुड़ाया है. आईडीएफ के अनुसार, इन चार बंधकों को हमास ने 7 अक्टूबर को संगीत समारोह से अपहरण कर लिया था.
Bringing them home:
— Israel Defense Forces (@IDF) June 8, 2024
The moment we rescued 3 of the 4 hostages from the heart of Gaza. pic.twitter.com/NkQvXJ9ChT
न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, आईडीएफ ने इस ऑपरेशन के लिए हफ्तों की प्लानिंग और कड़ी ट्रेनिंग के बाद इसे अंजाम दिया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑपरेशन स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 11 बजे मध्य गाजा के नुसीरात नाम की जगह पर किया गया था. इजरायली सेना ने ऑपरेशन में तीन पुरुष और एक महिला बंधक को छुड़ाया है. ऑपरेशन में इजरायल के शिन बेट एजेंट भी शामिल थे.
इस ऑपरेशन की दूसरी कड़वी हकीकत यह है कि इस ऑपरेशन में सैकड़ों निर्दोष फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है. हमास के अल अक्सा अस्पताल के मुताबिक, उसके यहां 70 लाशें आई हैं. अस्पताल प्रशासन का दावा है कि इजरायली ऑपरेशन में ये सभी लोग मारे गए हैं. मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे.
इजरायली सेना ने राहत शिविरों में जमकर बमबारी की थी. हालांकि, हमास के मुताबिक, मरने वालों की संख्या कम से कम 210 है जबकि इजरायली सेना का दावा है कि उनके ऑपरेशन में अधिकतम 100 फिलिस्तीनियों की मौत हुई है.