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Pakistan News: पहले कंगाल फिर महंगाई से बेहाल हुआ पाकिस्तान, इस बार कैसे मनाएगा रमजान?

Pakistan News: पाकिस्तान पहले ही महंगाई की मार झेल रहा है. ऐसे में रजमान को देखते हुए लोगों की धड़कने तेज हो गई हैं, क्योंकि सब्जियों से लेकर फलों तक के दाम आसमान छू रहे हैं.

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India Daily Live

Pakistan News: पाकिस्तान इस वक्त महंगाई की मार से कराह रहा है. भारत के पड़ोसी देश में हर चीज की कीमतें आसमान छू रही हैं. सबसे ज्यादा असर खाने की चीजों पर है. इतनी ही नहीं फल और सब्जियों की कीमतों में भी बेशुमार इजाफा देखा जा रहा है. ऐसे में रमजान भी शुरू होने वाला है. पाकिस्तान मीडिया की मानें तो इस बार पाकिस्तानियों में रमजान को लेकर परेशानी खड़ी हो गई है. 

पाकिस्तान डॉन न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में पहले से ही महंगाई की मार से जूझ रहे उपभोक्ताओं को मुद्रास्फीति की एक नई खतरनाक लहर का सामना करना पड़ रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि मुनाफाखोरी प्रथाओं पर रोक लगाने में सरकार नाकाम रही है. इसी बीच रमजान से पहले के सब्जियों और फलों की कीमतें बढ़ गई हैं.

300 रुपये किलो हैं प्याज के दाम

पाकिस्तान में प्याज की कीमत 300 रुपये तक पहुंच गईं, हालांकि कुछ खुदरा विक्रेताओं ने 250 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक्री करके थोड़ी राहत दी है. डिमांड और सप्लाई को देखते हुए पाकिस्तान ने अफगानिस्तान और ईरान से प्याज की आमद शुरू कर दी है. इसके बावजूद रमजान के खाने में प्रमुख प्याज की कीमत में कमी नहीं आई है. 

कराची सुपरहाइवे के न्यू फ्रूट और सब्जी मंडी के एक थोक व्यापारी ने एक दिन पहले सिंध प्याज के 130 ट्रकों में से 100 ट्रक निर्यातकों के लिए उठा लिए थे, जबकि स्थानीय खपत के लिए केवल 30 ट्रक बचे थे. अन्य जरूरी वस्तुओं की कीमतों में भी इसी तरह की तेजी देखी गई है.

पालक की कीमतें 100 रुपये किलो

फिलहाल यहां आलू 80 रुपये प्रति किलोग्राम है, जो कुछ समय पहले 50 रुपये था. पत्तागोभी 80-100 रुपये से बढ़कर 150 रुपये प्रति किलो हो गई है. हरी मिर्च 200 रुपये से बढ़कर 320 रुपये प्रति किलो बिक रही है. शिमला मिर्च की कीमत दोगुनी होकर 400 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है, हालांकि पालक 80-100 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है. 

फलों की कीमतों में भी बेतहाशा महंगाई देखी जा रही है. खरबूजे, सेब और केले की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. खरबूजा 150-200 रुपये प्रतिकिलो है, जबकि हरे कुल्लू और लाल सुनहरे सेब अब 350-400 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहे हैं. छोटे आकार के केलों की कीमत 80 रुपये से बढ़कर 120 रुपये प्रति दर्जन हो गई है, जबकि अच्छी क्वालिटी वाले बड़े केले 200 रुपये किलो हैं. 

फलों की कीमतों ने छुआ आसमान

एक फल विक्रेता ने दावा किया कि 35 से 40 दर्जन केलों की थोक कीमत कुछ दिन पहले 2,800-3,000 रुपये थी जो अब 5,000 रुपये से ज्यादा हो गई है. अमरूद की खुदरा कीमत 150-200 रुपये प्रति किलोग्राम है, जबकि थोक दर 110-120 रुपये प्रति किलोग्राम है. सुपर हाईवे पर कराची फ्रेश फ्रूट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आगा कदीम ने कहा कि थोक बाजार में फलों की कीमत 30-40 प्रतिशत तक बढ़ गई है.

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