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चुनाव के बीच एक बार फिर चर्चा में संदेशखाली; खुफिया कैमरे पर BJP नेता के 'कबूलनामे' से मचा हंगामा, ममता ने लगाए ये आरोप

Sandeshkhali Sting Operation Video: संदेशखाली को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने एक वीडियो जारी कर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. वीडियो में एक शख्स को दिखाया गया है, जिसे BJP मंडल अध्यक्ष बताया जा रहा है. भाजपा नेता का दावा है कि नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने संदेशखाली की महिलाओं को उकसाया, जिसके बाद मामले ने इतना तूल पकड़ा.

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sandeshkhali sting operation video amid elections BJP leader confession secret camera

Sandeshkhali Sting Operation Video: लोकसभा चुनाव के दौरान संदेशखाली एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. 32 मिनट 43 सेकंड का 'स्टिंग ऑपरेशन' सामने आया है,हालांकि इंडिया डेली इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है. स्टिंग ऑपरेशन में एक शख्स को दिखाया गया है और दावा किया गया है कि भाजपा नेता ने अपने कबूलनामे में संदेशखाली का पूरा सच बताया है. वीडियो को टीएमसी की ओर से जारी किया गया है. 

वीडियो में जिसे भाजपा नेता बताया जा रहा है कि उसका दावा है कि पिछले कुछ महीनों में संदेशखाली में बलात्कार के आरोप 'फिक्स्ड' थे. महिलाओं ने पैसे के बदले दुष्कर्म की शिकायत की. उन्होंने दावा किया कि सब कुछ विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी के दिमाग की उपज है.

जिस शख्स के वीडियो में भाजपा नेता होने का दावा किया जा रहा है, उसे भाजपा मंडल अध्यक्ष बताया जा रहा है. उसका नाम गंगाधर बताया जा रहा है. मंडल अध्यक्ष वीडियो में आरोप लगाते हुए कहता है कि भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने संदेशखाली की महिलाओं को पैसे देकर मामले में फर्जी केस दर्ज कराए हैं. 

महिलाओं ने टीएमसी नेताओं पर लगाया था यौन उत्पीड़न का आरोप

पिछले महीने पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं ने TMC नेताओं पर बलात्कार का आरोप लगाया था. शाहजहां शेख समेत कई TMC नेताओं पर ज़मीन पर क़ब्ज़ा करने का भी आरोप लगाया गया था. शाहजहां शेख जेल में है. इस मामले की जांच ED, NIA और CBI कर रही है.

संदेशखाली को लेकर बीजेपी और टीएमसी में ज़बरदस्त सियासी जंग भी चल रही है. इसी बीच टीएमसी का ये वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है.. कहा जा रहा है कि ये वीडियो संदेशखाली बीजेपी मंडल अध्यक्ष गंगाधर कोयल का है. हालांकि, इंडिया डेली इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.

ममता बनर्जी ने पोस्ट किया वीडियो, बोलीं- बंगाल को बदनाम करने की कोशिश

बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी अपने ट्विटर हैंडल से इस वीडियो को शेयर किया है. वीडियो शेयर कर उन्होंने लिखा, ' संदेशखाली का यह स्टिंग वीडियो दिखाता है कि भाजपा में जड़ें कितनी गहरी हैं. उन्होंने हर स्तर पर बंगाल को बदनाम करने की कोशिश की है. दिल्ली ने राज्य और यहां के लोगों को बदनाम करने की कोशिश की है. बंगालवासी इसका ऐसा जवाब देंगे जिसे इतिहास याद रखेगा. लोग इन बांग्ला-विरोधियों को माफ नहीं करेंगे. बंगाल की माताएं-बहने इसका बदला लेंगी.'

शनिवार सुबह सामने आया था वीडियो

टीएमसी की ओर से शनिवार सुबह वीडियो पोस्ट करने का सिलसिला शुरू हुआ था। टीएमसी का दावा है कि वीडियो से संदेशखाली में भाजपा की 'साजिश' का पर्दाफाश हो गया है. मुख्यमंत्री और तृणमूल नेता ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा ने संदेशखाली को लेकर 'साजिश' रचकर पश्चिम बंगाल को कलंकित किया है. TMC के अभिषेक बनर्जी ने मांग की कि भाजपा के केंद्रीय नेता, जिन्होंने लगातार संदेशखाली का जिक्र करके बंगाल को 'बदनाम' किया है, उन्हें 48 घंटे के भीतर माफी मांगनी चाहिए.

हालांकि, भाजपा ने वीडियो को 'फर्जी' करार दिया. भाजपा नेताओं ने सीबीआई जांच की मांग की है. वीडियो में बीजेपी नेता के दावे को लेकर इतना शोर मचाने वाले गंगाधर कयाल पहले ही केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई से संपर्क कर चुके हैं. शुवेंदु का दावा है कि इस वीडियो के पीछे तृणमूल का हाथ है. विपक्षी नेता ने अभिषेक पर निशाना साधा है. उन्होंने चेतावनी दी कि मैं इस पूरे मामले में बहुत आगे तक चला जाऊंगा.

लीक हुए स्टिंग ऑपरेशन वीडियो में क्या दावा?

लीक हुए स्टिंग ऑपरेशन वीडियो में गंगाधर एक कमरे में कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे हैं. कोई उनसे संदेशखाली की घटना के बारे में सवाल कर रहा है. गंगाधर बातचीत के बहाने सवालों के उत्तर दे रहे हैं. उस बातचीत में शुवेंदु का नाम बार-बार आया. गंगाधर को ये कहते हुए सुना गया कि ये आंदोलन (संदेशखाली का आंदोलन) इतने लंबे समय तक क्यों चर्चा में रहा? 

वीडियो में सवाल पूछने वाला गंगाधर से करता है कि दादा, क्या आप समझते हैं कि आपने किस स्तर का काम किया है? बलात्कार नहीं है, तुम उसे बलात्कार ही कहते रहो! क्या आप ऐसा कर सकते हैं? हम नहीं कर सकते. ये सवाल सुनकर गंगाधर सहमति जताते हुए मुस्कुराता दिख रहा है. उसने कहा कि हमने शुवेन्दु दा के निर्देश पर ऐसा किया. उन्होंने हमारी मदद की. शुवेंदु दा ने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो लोगों को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता. हम वहां (संदेशखाली) भी खड़े नहीं रह सकते.

5 जनवरी को पहली बार चर्चा मेें आया संदेशखाली

5 जनवरी को संदेशखाली पहली बार चर्चा में आया था. राशन भ्रष्टाचार मामले में तत्कालीन तृणमूल नेता शाहजहां शेख के घर पर तलाशी अभियान चलाने के दौरान ईडी अधिकारियों पर हमला किया गया था. बाद में शाहजहां को गिरफ्तार कर लिया गया और वह फिलहाल ईडी की हिरासत में है. केंद्रीय संगठन के पदाधिकारियों पर हमले की घटना के बाद संदेशखाली में आंदोलन शुरू हो गया. शाहजहां और उसके गुर्गों के खिलाफ ज़मीन हड़पने के अलावा, स्थानीय महिलाओं का एक समूह अन्य महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार और बलात्कार की शिकायत करने के लिए सड़कों पर उतर आया. बाद में थाने में रेप की कई शिकायतें भी दर्ज कराई गईं.

लोकसभा चुनाव को देखते हुए तभी से बीजेपी ने संदेशखाली की घटना को लेकर बंगाल की सत्ताधारी पार्टी पर हमला बोलना शुरू कर दिया. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चुनाव प्रचार के लिए बंगाल आ चुके हैं. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, पिछले मार्च में बारासात में पार्टी मीटिंग के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली के 'पीड़ितों' से अकेले में बात भी की थी.