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India Daily

Operation Shiva: अमरनाथ यात्रा 2025 की सुरक्षा में भारतीय सेना की हाई-टेक तैनाती, रहेगी काफिले की हर हरकत पर नजर

Operation Shiva: भारतीय सेना ने अमरनाथ यात्रा 2025 की सुरक्षा के लिए ‘ऑपरेशन शिवा’ शुरू किया है, जिसमें 8,500 से अधिक जवान तैनात किए गए हैं. दो प्रमुख मार्गों, नुनवान-पहलगाम और बालटाल पर निगरानी बढ़ा दी गई है. सेना ने हाई-टेक ड्रोन रोधी प्रणाली, रियल-टाइम मॉनिटरिंग, और सुरक्षा बलों की तैनाती के साथ बहुस्तरीय आतंकवाद-रोधी ढांचा तैयार किया है. इसके साथ ही, आपदा प्रबंधन, चिकित्सा सहायता और आपात राशन जैसी व्यवस्थाएँ भी सुनिश्चित की गई हैं.

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Edited By: Km Jaya
Security of Amarnath Yatra
Courtesy: Social Media

Operation Shiva: अमरनाथ यात्रा 2025 को सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाने के लिए भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन शिवा’ नामक एक विशेष सुरक्षा अभियान शुरू किया है. इस हाई-इंटेंसिटी मिशन के तहत जम्मू-कश्मीर में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर तक जाने वाले मार्गों की रक्षा के लिए 8,500 से अधिक सैनिक तैनात किए गए हैं. यह अभियान नागरिक प्रशासन और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों यानी CAPFs के सहयोग से संचालित हो रहा है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस वर्ष 38 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगी. यात्रा दो मुख्य मार्गों से होती है, पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा नुनवान-पहलगाम मार्ग  और कठिन 14 किलोमीटर लंबा बालटाल मार्ग. इन दोनों मार्गों पर चौबीसों घंटे निगरानी रखी जा रही है.

हाई-टेक सुरक्षा और निगरानी प्रणाली

पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूहों से खतरे को देखते हुए सेना ने बहु-स्तरीय आतंकवाद विरोधी तंत्र की स्थापना की है.

इसमें शामिल हैं:

  • 50 से अधिक काउंटर-यूएएस (ड्रोन रोधी) और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम
  • ड्रोन और हाई-रिजोल्यूशन पीटीजेड कैमरों से गुफा और यात्रा मार्ग की निगरानी
  • जम्मू से लेकर गुफा तक यात्रा काफिलों की रियल-टाइम ट्रैकिंग


आपातकालीन और नागरिक सहायता

  • सिर्फ सुरक्षा ही नहीं, सेना ने आपदा प्रबंधन और श्रद्धालुओं की भलाई पर भी विशेष ध्यान दिया है.
  • इंजीनियर टास्क फोर्स पुल निर्माण, मार्ग चौड़ा करने और आपात स्थिति से निपटने के लिए तैनात हैं.
  • 150+ डॉक्टर और पैरामेडिक, 100-बेड अस्पताल, दो ड्रेसिंग स्टेशन, 9 प्राथमिक सहायता केंद्र और 2 लाख लीटर ऑक्सीजन के साथ 26 ऑक्सीजन बूथ की व्यवस्था की गई है.
  • बम डिस्पोजल दस्ते, संचार नेटवर्क, तकनीकी सहायता इकाइयां, 25,000 लोगों के लिए आपात राशन, बुलडोजर और खुदाई मशीनें भी उपलब्ध काराई गई हैं.

एयर और ग्राउंड फोर्स तैयार

हेलिकॉप्टरों को किसी भी आपात स्थिति के लिए स्टैंडबाय पर रखा गया है। क्विक रिएक्शन टीम (QRT), टेंट सिटी, जल केंद्र और सिग्नल यूनिट्स रणनीतिक रूप से तैनात की गई हैं.

आस्था और सुरक्षा का संकल्प

‘ऑपरेशन शिवा’ भारतीय सेना की श्रद्धालुओं को एक सुरक्षित और भक्तिमय यात्रा अनुभव देने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है. अब तक 1.4 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं, और चार लाख से अधिक ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है. 2023 में यह संख्या 5.1 लाख थी, जिसे इस वर्ष पार करने की उम्मीद है.