MP News: क्या होगा, जब आप पूरी तैयारी के साथ एग्जाम देने सेंटर जाएं और पता चले कि एग्जाम आज नहीं होना है. कारणों के बारे में जब आप पता करें तो जानकारी मिले कि यूनिवर्सिटी आज एग्जाम लेना ही भूल गया. आप कहेंगे कि ऐसा कहीं नहीं होता. लेकिन ऐसा ही हुआ है, मध्य प्रदेश में. अपने अनोखे 'कारनामे' के कारण मध्य प्रदेश का एक यूनिवर्सिटी इन दिनों चर्चा में हैं.
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, यूनिवर्सिटी ने एग्जाम के लिए डेटशीट तो जारी कर दिया, लेकिन तय तारीख वाले दिन एग्जाम लेना भूल गया. यूनिवर्सिटी के इस भूल को लेकर छात्रों ने अनोखे तरीके से अपना विरोध जताया. छात्रों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी एमएससी कंप्यूटर साइंस फर्स्ट सेमेस्टर का पेपर कराना भूल गई. इसके बाद छात्रों ने आंखों पर पट्टी बांधकर अनोखे तरीके से अपना विरोध जताया.
मामला, जबलपुर रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी का है. छात्रों ने जब अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया, तब मामले की जानकारी यूनिवर्सिटी प्रशासन को हुई. दरअसल, यूनिवर्सिटी 5 मार्च, 2024 को होने वाले MSc कंप्यूटर साइंस फर्स्ट सेमेस्टर के पेपर को आयोजित करना भूल गया. हंगामा तब हुआ जब यूनिवर्सिटी के छात्र आंखों पर पट्टी बांधकर कुलपति यानी वीसी से मिलने चले आए. छात्रों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी एमएससी कंप्यूटर साइंस फर्स्ट सेमेस्टर का पेपर कराना भूल गई, जिसका शेड्यूल और एडमिट कार्ड यूनिवर्सिटी ने जारी कर दिया था.
NSUI का आरोप है कि अगर पेपर रद्द किया गया था तो इसकी सूचना उन सभी छात्रों को दी जानी चाहिए थी, जिन्हें पहले एडमिट कार्ड जारी किए गए थे. लेकिन, यूनिवर्सिटी ने ऐसा नहीं किया, जिससे छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ा. इस परीक्षा में कुल 10 छात्र शामिल होने वाले थे. उधर, VC ने इस अनियमितता की जांच के आदेश जारी कर दिये हैं.
यूनिवर्सिटी ने एमएससी केमिस्ट्री थर्ड सेमेस्टर, कंप्यूटर साइंस फर्स्ट सेमेस्टर और कंप्यूटर साइंस थर्ड सेमेस्टर 2023-24 का टाइम टेबल 14 फरवरी 2024 को जारी किया था. तीनों कोर्स की परीक्षाएं 21 फरवरी से 13 मार्च सुबह 8 बजे से 11 बजे तक होनी थी.
टाइम टेबल के मुताबिक, एमएससी फर्स्ट सेमेस्टर के 'कंप्यूटर ऑर्गनाइजेशन एंड असेंबली लैंग्वेज' सब्जेक्ट का पेपर 5 मार्च को होना था. छात्रों को एडमिट कार्ड भी मिल गए थे. मंगलवार सुबह 8 बजे जबलपुर समेत अन्य जिलों से छात्र यूनिवर्सिटी पहुंच गए. जब छात्र यूनिवर्सिटी पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि कोई परीक्षा नहीं है और यूनिवर्सिटी ने क्वेश्चनपेपर भी तैयार नहीं किया है.
हंगामा बढ़ता देख कुलपति डॉक्टर राजेश वर्मा और रजिस्ट्रार दीपेश मिश्रा ने तुरंत इस परीक्षा का नया शेड्यूल जारी कर दिया. इस अनियमितता की जांच का जवाब देने के लिए परीक्षा आयोजित करने वाले अधिकारियों को तीन दिन का समय दिया गया है.