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Bulldozer Action on Rat Miner: 80 गज के घर की सारी गृहस्थी सड़क पर, बोर्ड एग्जाम से पहले गायब हुए बेटी के सारे डॉक्यूमेंट्स

Bulldozer Action on Rat Miner: दिल्ली के खजूरी खास इलाके में रहने वाले रैट माइनर हसन अली के घर को दिल्ली विकास प्राधिकरण ने अतिक्रमण बताते हुए जमींदोज कर दिया. जिसके बाद हसन अली और उनके परिवार ने अपना दर्द बयां किया है.  

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Edited By: India Daily Live
Buldozer Action on Rat Miner

Buldozer Action on Rat Miner: साल 2023 में हर कोई उत्तरकाशी के टनल में फंसे 14 लोगों की जान बचाने वाले रैट माइनर्स के जज्बे को सलाम कर रहा थे. हर कोई उनकी सराहना कर रहा था लेकिन आज महज कुछ महीने बीतने के बाद उन्हीं रैट माइनर्स में से एक हसन अली अपने पूरे परिवार के साथ आज सड़क पर आ गए हैं.

दरअसल, बुधवार को दिल्ली विकास प्राधिकरण की टीम खजूरी खास इलाके के ए ब्लॉक में पहुंचती है और अतिक्रमण के खिलाफ अपना अभियान चलाती है. डीडीए की इस बुलडोजर कार्रवाई में रैट माइनर हसन अली के घर को जमींदोज कर दिया गया. अधिकारियों की मानें तो जिस जगह पर हसन अली का घर बना हुआ है वह जमीन DDA की है.

अभी भी चल रहा है घर का कर्ज- हसन अली

रैट माइनर हसन अली के घर पर बुलडोजर कार्रवाई होने के बाद हमारी टीम ने उनसे बात की. इंडिया डेली लाइव की टीम से बात करते हुए हसन अली ने बताया की पिछले 13 सालों से इसी जगह पर अपनी पत्नी और तीन बच्चे के साथ रह रहे थे. घर जमींदोज होने के बाद हसन अली भावुक होकर कहते हैं कि इस घर को खरीदने के लिए हमने कर्ज भी लिया था जिसका 12 लाख रुपया अभी भी चुकाना बाकी है. वकील हसन आगे कहते हैं कि घर जमींदोज करने से पहले उन्हें डीडीए की ओर से कई नोटिस नहीं दिया गया था. उन्होंने सवाल करते हुए आगे कहा कि सिर्फ हसन अली का ही मकान क्यों तोड़ा गया आसपास के किसी और मकान पर DDA ने कार्रवाई क्यों नहीं की.

2013 में लिखी जा चुकी थी घर गिराने की स्क्रिप्ट

हसन अली कहते हैं कि साल 2013 में DDA के अधिकारी ने उनसे 15 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी. हालांकि, उस समय उनके पास पैसा नहीं था तो उन्होंने नहीं दिया जिसके बाद से डीडीए अधिकारियों ने फाइल बनानी शुरू कर दी और आखिरकार बुधवार को उनके घर पर बुलडोजर कार्रवाई कर दी गई.

सड़क पर बैठकर आशियाने की मांग

हसन अली बताते हैं कि DDA ने घर तोड़ने के साथ साथ घर जमीन के पास सीमेंट की एक दीवार खड़ी कर दी ताकि कोई भी उस जमीन पर नहीं जा सके. अपने परिवार के साथ गली में बैठकर वकील हसन प्रशासन से अपने आशियाने की मांग कर रहे हैं. उनके 80 गज के घर की सारी गृहस्थी सड़क पर पड़ी है. उनका कहना है कि जब तक उन्हें उनका घर बनाकर वापस नहीं दिया जाएगा तब तक वह यहीं बैठे रहेंगे.  

DDA की टीम ने बच्चों को पीटा

हसन अली की बेटी दसवीं क्लास में पढ़ती है और उसके बोर्ड एग्जाम चल रहे हैं. हसन अली की बेटी अलीजा का कहना है कि उसके सारे डॉक्यूमेंट फट चुके हैं, एडमिट कार्ड का कहीं कुछ पता नहीं चल रही है, सारा सामान फेंक दिया गया है. वहीं उनकी पत्नी का कहना है कि जब डीडीए की टीम जब उनके घर पहुंची थी तो घर में सिर्फ बच्चे थे. उन्होंने दावा किया कि उनके साथ भी बहुत बुरा सुलूक किया गया था उनके बच्चों को मारा गया.