A Raja Compares Sanatana Dharma With HIV: तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) ने सनातन धर्म को लेकर जिस तरह का बयान दिया है उसके बाद पूरे देश का सियासी पारा चढ़ गया है. उदयनिधि के बयान पर बवाल थमा नहीं था कि अब एक और बयान चर्चा में आ गया है. अब डीएमके सांसद ए राजा (A Raja) ने सनातन धर्म की तुलना एचआईवी (HIV) से कर दी है. ए राजा ने सनातन धर्म को लेकर सीधे गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से बहस करने की चुनौती दी है.
'उदयनिधि ने जो भी बोला है, वो काफी कम है'
ए राजा ने इस पूरे विवाद पर कहा है कि उदयनिधि ने जो भी बोला है, वो काफी कम है. उन्होंने सिर्फ मलेरिया और डेंगू कहा है, लेकिन ये ऐसी बीमारी नहीं हैं जिन्हें समाज में घिनौना कहा जाता है. अगर आपको सनातन को परिभाषित करना है तो आप एचआईवी को देखिए, समाज के लिए सनातन ऐसा ही काम करता है.
पीएम मोदी पर साधा निशाना
डीएमके सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा, उन्होंने कहा कि पीएम को भी सनातन धर्म का पालन करना चाहिए और विदेशी दौरों पर नहीं जाना चाहिए. मैं प्रधानमंत्री और अमित शाह को चैलेंज करता हूं कि वो मुझसे सनातन धर्म पर बहस कर लें. दिल्ली में एक करोड़ लोगों को बुलाएं, शंकराचार्य को भी बैठाएं और अपने सभी हथियारों को छोड़ दें.
#WATCH | Chennai: DMK's A Raja says, "I am prepared to give answers for all cabinet ministers if the Prime Minister convenes the meeting and let them permit me. I will explain which one is 'Sanatana Dharma' thereafter you decide..." pic.twitter.com/N30R2VPbWl
— ANI (@ANI) September 6, 2023
'टीका लगाने वालों ने बनाया देश को गुलाम'
दक्षिण भारत से शुरू हुआ सनातन धर्म का विवाद बिहार तक भी जा पहुंचा है. बिहार से भी अब इसी तरह का बयान सामने आया है. राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद का कहना है कि जो लोग टीका लगाकर घूमते हैं, उन्होंने ही देश को गुलाम बनाया है. उन्होंने कहा कि आखिर भारत किनके वक्त में गुलाम बना है, ये सब टीका लगाने वालों की वजह से हुआ है. बीजेपी और आरएसएस आज देश को बांटने में लगे हैं, ऐसे देश नहीं चलता है.
ये है 'इंडिया' गठबंधन की सच्चाई
ए राजा के बयान पर बीजेपी का भी रिएक्शन आया है. बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कहा है कि उदयनिधि के बाद ए राजा सनातन धर्म को नीचा दिखा रहे हैं. देश के 80 फीसदी लोगों पर निशाना साधना है, जो सनातन धर्म का पालन करती है. कांग्रेस के नेतृत्व वाले I.N.D.I.A गठबंधन की यही सच्चाई है, जो सोचते हैं कि हिन्दुओं को नीचा दिखाकर चुनाव जीते जा सकते हैं.
जानें कैसे शुरू हुआ पूरा विवाद
दरअसल, ये सारा विवाद तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बयान के बाद शुरू हुआ था. उदयनिधि ने एक कार्यक्रम के दौरान अपने एक संबोधन में कहा था कि सनातन धर्म में सुधार नहीं बल्कि उसे खत्म करने की जरूरत है. ये धर्म एक बीमारी की तरह है, जैसे कि समाज में डेंगू और मलेरिया होता है. उदयनिधि के इस बयान के बाद देश में एक नई तरह की बहस छिड़ गई है. बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री इस मसले पर आक्रामक रवैया अपना रहे हैं.
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