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India Daily

ऑपरेशन सिंदूर के बाद 'मेक इन इंडिया' हथियारों का पूरी दुनिया में बजा डंका, साल 2025 में डिफेंट निर्यात ने छुई नई बुलंदियां

भारत ने 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान के तहत रक्षा निर्यात में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. वित्त वर्ष 2024-25 में देश का रक्षा निर्यात 23,622 करोड़ रुपये (लगभग 2.76 बिलियन डॉलर) के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है.

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Edited By: Garima Singh
India Defence Exports
Courtesy: x

India Defence Exports: भारत ने 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान के तहत रक्षा निर्यात में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. वित्त वर्ष 2024-25 में देश का रक्षा निर्यात 23,622 करोड़ रुपये (लगभग 2.76 बिलियन डॉलर) के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. जो पिछले साल के 21,083 करोड़ रुपये की तुलना में 12.04% की वृद्धि दर्शाता है. 

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच, पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सैन्य बलों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया, जिसमें पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया. पड़ोसी देश द्वारा ड्रोन हमलों के बाद भारत ने कई पाकिस्तानी एयरबेसों पर सफल कार्रवाई की. इस ऑपरेशन ने 'मेक इन इंडिया' हथियार प्रणालियों की सटीकता और प्रभावशीलता को दर्शाया. भारत 2029 तक 50,000 करोड़ रुपये के निर्यात का लक्ष्य रखते हुए लगभग 80 देशों को निर्यात करने की योजना बना रहा है. जिससे वैश्विक रक्षा विनिर्माण में उसकी उपस्थिति मजबूत होगी. 

रक्षा निर्यात में उल्लेखनीय प्रगति

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, वित्त वर्ष 2013-14 में 686 करोड़ रुपये के मुकाबले 2024-25 में 23,622 करोड़ रुपये का निर्यात 34 गुना वृद्धि को दर्शाता है. इस साल निजी क्षेत्र ने 15,233 करोड़ रुपये और रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (DPSU) ने 8,389 करोड़ रुपये का योगदान दिया. यह पिछले वर्ष के 15,209 करोड़ रुपये (निजी क्षेत्र) और 5,874 करोड़ रुपये (DPSU) से सुधार दर्शाता है. DPSU के निर्यात में 42.85% की वृद्धि ने भारतीय रक्षा उत्पादों की वैश्विक मांग को रेखांकित किया है. 

नीतिगत सुधारों का प्रभाव

रक्षा मंत्रालय ने रक्षा क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए कई नीतिगत सुधार लागू किए हैं. औद्योगिक लाइसेंसिंग प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया, लाइसेंस वैधता अवधि बढ़ाई गई, और निर्यात प्राधिकरण के लिए मानक संचालन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया गया.  वित्त वर्ष 2024-25 में 1,762 निर्यात प्राधिकरण जारी किए गए, जो पिछले वर्ष के 1,507 से 16.92% अधिक है. इसके साथ ही, रक्षा निर्यातकों की संख्या में 17.4% की वृद्धि दर्ज की गई. 

वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति

भारत ने गोला-बारूद, हथियार, सिस्टम, और विभिन्न सैन्य उपकरणों के निर्यात के साथ वैश्विक रक्षा बाजार में अपनी स्थिति मजबूत की है. रक्षा उत्पादन विभाग का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म निर्यात प्राधिकरण आवेदनों को तेजी से प्रबंधित करता है, जिसने इस क्षेत्र की दक्षता को बढ़ाया है.