नई दिल्ली: किडनी की बीमारी एक गंभीर समस्या है जो अक्सर कई वर्षों तक बिना किसी स्पष्ट लक्षण के धीरे धीरे बढ़ती रहती है. जब शरीर में थकान, हाथ पैरों में सूजन या पेशाब की मात्रा में बदलाव दिखाई देता है, तब तक किडनी को काफी नुकसान हो चुका होता है.
डॉक्टरों का कहना है कि रोजमर्रा की कुछ छोटी लेकिन सही आदतें अपनाकर किडनी को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है. मणिपाल हॉस्पिटल भुवनेश्वर के सीनियर नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ सुकान्तो किशोर दास के अनुसार किडनी की सेहत बचाने की शुरुआत व्यक्ति की जागरूकता और स्वस्थ जीवनशैली से होती है.
किडनी शरीर का प्राकृतिक फिल्टर होती है जो खून से गंदे तत्वों को बाहर निकालने का काम करती है. ऐसे में जरूरी है कि ऐसी आदतें अपनाई जाएं जो किडनी पर अतिरिक्त दबाव न डालें. संतुलित और हेल्दी डाइट किडनी को सुरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाती है. रोजाना भोजन में फल, हरी सब्जियां और साबुत अनाज शामिल करना फायदेमंद होता है.
इसके साथ ही नमक, चीनी और प्रोसेस्ड फूड का सेवन कम करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और किडनी को नुकसान से बचाया जा सकता है. पानी पीना किडनी की सेहत के लिए बेहद जरूरी माना जाता है. पर्याप्त पानी पीने से शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलते हैं और किडनी स्टोन का खतरा कम होता है. हालांकि जरूरत से ज्यादा पानी पीना भी नुकसानदेह हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें पहले से किडनी या दिल की बीमारी है.
शराब, सॉफ्ट ड्रिंक्स और मीठे पेय पदार्थों से दूरी बनाना भी किडनी पर पड़ने वाले दबाव को कम करता है. नियमित शारीरिक गतिविधि भी किडनी को स्वस्थ रखने में मदद करती है. रोजाना हल्का व्यायाम करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और डायबिटीज का खतरा कम होता है. ये दोनों ही किडनी खराब होने के बड़े कारण माने जाते हैं. रोज 30 मिनट तेज चलना, योग या तैराकी जैसी गतिविधियां फायदेमंद साबित हो सकती हैं.
किडनी की बीमारी से बचाव के लिए नियमित स्वास्थ्य जांच बेहद जरूरी है. समय समय पर ब्लड प्रेशर, यूरिन टेस्ट और किडनी फंक्शन टेस्ट कराने से बीमारी के शुरुआती संकेत समय रहते पकड़े जा सकते हैं. सही खानपान, नियमित व्यायाम और तंबाकू से दूरी जैसी आदतें किडनी को लंबे समय तक सुरक्षित रखने में मदद करती हैं.