नई दिल्ली: 'चिट्ठी न कोई संदेश..' गाना गाने वाले गजल गायक जगजीत सिंह का जीवन इतना आसान नहीं था. उन्होंने बहुत कम उम्र में अपने बेटे को खो दिया था जिसके बाद सिंगर पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. जगजीत सिंह के बेटे ने महज 20 साल की उम्र में ही इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. दरअसल, इनके बेटे की एक कार एक्सीडेंट में मौत हो गई थी. अब जगजीत सिंह के बेटे के बारे में फिल्ममेकर महेश भट्ट ने एक खुलासा किया है जिसको सुनते ही शायद आपके पैरों तले जमीन खिसक जाए.
महेश भट्ट ने खुलासा करते हुए कहा कि जगजीत सिंह को अपने बेटे के शव तक पहुंचने के लिए रिश्वत देनी पड़ी थी. फिल्ममेकर महेश भट्ट ने अनुपम खेर से उनकी फिल्म सारांश के बारे में बात करते वक्त ही जगजीत सिंह के बेटे के निधन के बारे में यह खुलासा किया.
खबरों की मानें तो महेश भट्ट ने कहा- 'जब जगजीत सिंह के बेटे की कार एक्सीडेंट में मौत हुई थी, तब उन्होंने मुझसे बताया था कि उनको अपने बेटे ता शव लेने के लिए जूनियर अधिकारियों को रिश्वत देनी पड़ी. यह बात सुनते ही हर कोई दंग हो गया. महेश भट्ट ने कहा कि उस वक्त ही मुझे 'सारांश' का असली महत्व समझ आया कि कैसे एक आम आदमी अपने ही बेटे के शव को पाने के लिए स्ट्रगल करता है.
यह 'सारांश' फिल्म के लिए एक रिफरेंस प्वाइंट है. सारांश को रिलीज हुए 40 साल पूरे हो गए हैं. इस फिल्म में अनुपम खेर, रोहिणी हत्तागाड़ी मुख्य रोल में दिखाई दिए थे. इस फिल्म की कहानी भी महाराष्ट्रियन कपल की थी जो अपने इकलौते बेटे को खोने के बाद, अकेलापन, एन्जॉयटी का शिकार हो जाते हैं.