नई दिल्ली: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी विधानसभा में बजट सत्र के दौरान विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. सीएम योगी ने कहा अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण से सनातनी खुश हैं. इस मुद्दे को पिछली सरकारें सदियों से लटकाती रही. इस दौरान सीएम योगी ने पांड़वों के लिए मांगे गए पांच गांवों का भी जिक्र किया.
सीएम योगी ने महाभारत काल का जिक्र किया और कहा कि पांडलों ने सिर्फ 5 गांव मांगे थे, लेकिन हिंदूओं की तो सिर्फ तीन मांगे हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'अयोध्या के साथ अन्याय हुआ था. जब मैं अन्याय की बात करता हूं तो 5 हजार साल पुरानी बात याद आती है. उस समय पांडवों के साथ अन्याय हुआ था. जब भगवान कृष्ण, कौरवों के पास गए और उन्होंने पांडवों के लिए पांच गांव मांगे तो दुर्योधन ने वह भी नहीं दिए थे. इसके बाद महाभारत का युद्ध हुआ.'
सीएम योगी ने इसे आज के संदर्भ में जोड़ते हुए कहा कि यहां तो समाज के लोग सैंकड़ों वर्षों से सिर्फ तीन गांव की मांग रहे हैं. वो तीन भी इसलिए क्योंकि वो विशिष्ट स्थान हैं. मुख्यमंत्री योगी अयोध्या, काशी और मथुरा की बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की आस्था के तीन प्रमुख स्थलों अयोध्या, काशी और मथुरा का विकास आखिर किस मंशा से रोका गया था.
#WATCH | Lucknow | In Uttar Pradesh Assembly, CM Yogi Adityanath says, "...Ayodhya city was brought within the purview of prohibitions and curfew by the previous governments. For centuries, Ayodhya was cursed with ugly intentions. It faced a planned disdain. Such treatment to… pic.twitter.com/Bx7Km7QlkV
— ANI (@ANI) February 7, 2024Also Read
सीएम योगी ने कहा कि 22 जनवरी की घटना को पूरी दुनिया ने देखा है. इससे देश अभिभूत था. सीएम योगी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हम मानते हैं कि राम मंदिर का विवाद उच्चतम न्यायालय में था लेकिन वहां की सड़कों को तो चौड़ा किया जा सकता था. अयोध्या वासियों को बिजली की आपूर्ति की जा सकती थी. वहां स्वच्छता, स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं दी जा सकती थी. ये कौन सी मंशा थी कि अयोध्या का विकास ही अवरुद्ध कर दो, काशी का विकास ही अवरुद्ध कर दो, मथुरा वृंदावन के विकास को ही अवरुद्ध कर दो. यह तो मुद्दा नियत का है.