menu-icon
India Daily

Court Kacheri Review: दिलचस्प कोर्टरूम ड्रामे से भरपूर है वेब सीरीज 'कोर्ट कचहरी', पवन मल्होत्रा और आशीष वर्मा की जोड़ी ने जीता दिल

सोनी लिव पर स्ट्रीम हो रही टीवीएफ की नई वेब सीरीज 'कोर्ट कचहरी' एक दिलचस्प कोर्टरूम ड्रामा है, जो बाप-बेटे के रिश्ते की भावनात्मक परतों को खूबसूरती से पेश करती है. पवन मल्होत्रा और आशीष वर्मा की शानदार अदाकारी से सजी यह सीरीज 13 अगस्त, 2025 से दर्शकों के लिए उपलब्ध है. पांच एपिसोड की इस सीरीज को रुचिर अरुण ने डायरेक्ट किया है और अरुणाभ कुमार ने इसे बनाया है. 

auth-image
Edited By: Antima Pal
Court Kacheri Review
Courtesy: social media

Court Kacheri Review: सोनी लिव पर स्ट्रीम हो रही टीवीएफ की नई वेब सीरीज 'कोर्ट कचहरी' एक दिलचस्प कोर्टरूम ड्रामा है, जो बाप-बेटे के रिश्ते की भावनात्मक परतों को खूबसूरती से पेश करती है. पवन मल्होत्रा और आशीष वर्मा की शानदार अदाकारी से सजी यह सीरीज 13 अगस्त, 2025 से दर्शकों के लिए उपलब्ध है. पांच एपिसोड की इस सीरीज को रुचिर अरुण ने डायरेक्ट किया है और अरुणाभ कुमार ने इसे बनाया है. 

दिलचस्प कोर्टरूम ड्रामे से भरपूर है वेब सीरीज 'कोर्ट कचहरी'

कहानी सरजनपुर जिला कोर्ट के इर्द-गिर्द घूमती है, जहां मशहूर वकील हरिश माथुर (पवन मल्होत्रा) का दबदबा है. उनका बेटा परम माथुर (आशीष वर्मा) वकालत से नफरत करता है और विदेश जाकर होटल मैनेजमेंट में करियर बनाना चाहता है. लेकिन हरिश अपने बेटे को अपनी विरासत का हिस्सा बनाना चाहते हैं. परम अनमने ढंग से अपने पिता के सहायक वकील सूरज (पुनीत बत्रा) के साथ एक तलाक के केस में काम शुरू करता है. इस दौरान वह अपने पिता के खिलाफ साजिश रचता है, लेकिन एक ट्विस्ट उसे अपने पिता और उनकी प्रोफेशनल ईमानदारी का सम्मान करना सिखाता है.

सीरीज की खासियत है इसकी सधी हुई कहानी और जिंदा किरदार. पवन मल्होत्रा हरिश के किरदार में गजब की गहराई लाते हैं. कोर्ट में उनकी दमदार मौजूदगी और बेटे के साथ नाजुक रिश्ते को वह बखूबी निभाते हैं. आशीष वर्मा का परम एक बगावती, उलझा हुआ नौजवान है, जिसके सपनों और पारिवारिक दबाव के बीच का द्वंद्व दर्शकों को छू जाता है. पुनीत बत्रा का सूरज किरदार को हल्कापन और इमोशनल गहराई देता है.

हंसाएगी, रुलाएगी और अंत में चेहरे पर मुस्कान छोड़ जाएगी सीरीज

लेखन और निर्देशन में टीवीएफ की खास शैली झलकती है, जो कॉमेडी, ड्रामा और सामाजिक टिप्पणी का शानदार मिश्रण है. सरजनपुर कोर्ट का माहौल, वकीलों की आपसी नोंकझोंक और छोटे शहर की जिंदगी को बारीकी से दर्शाया गया है. सिनेमैटोग्राफी और एडिटिंग कहानी को और आकर्षक बनाती हैं, हालांकि आखिरी दो एपिसोड को थोड़ा और कसने की जरूरत थी. 'कोर्ट कचहरी' एक मनोरंजक और भावनात्मक सीरीज है, जो परिवार, सपनों और विरासत के बीच संतुलन की कहानी कहती है. यह आपको हंसाएगी, रुलाएगी और अंत में चेहरे पर मुस्कान छोड़ जाएगी.