बॉलीवुड की चर्चित अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने कहा है कि भारत में अब लोगों को सरकार से डर लगता है. एक जमाने में भिखारी भी सरकार को गाली देता था, सरकार से निडर होकर सवाल करता था लेकिन नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद हालात बदल गए हैं. अब लोगों को सरकार से डर लगता है. उद्योगपति हों या बड़े फिल्म स्टार, किसी की मोदी सरकार के खिलाफ बोलने से डर लगता है.
स्वरा भास्कर ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए-1 और 2 सरकार में लोग खुलकर बोलते थे और लोगों को बोलने की आजादी थी. वही आजादी अब छिन गई है. लोगों के बोलने पर पाबंदी लग गई है और अब लोग सरकार की आलोचना करने से डरते हैं.
जब स्वरा ने किया मनमोहन सरकार का जिक्र
स्वरा भास्कर ने अपने जेएनयू के दिनों को याद करते हुए कहा कि एक बार मनमोहन सिंह जेएनयू में आए थे. उनके साथियों ने उनके काफिले को काले झंडे दिखाए थे. लेफ्ट विंग के छात्रों ने प्रदर्शन किया था. वीसी ने सबको सस्पेंड कर दिया. मनमोहन सिंह के ऑफिस से एक चिट्ठी आई जिसमें कहा गया कि छात्रों को निलंबित न किया जाए. इससे उनका भविष्य खराब होगा. उन्हें अपनी बात कहने का संवैधानिक हक है.
क्या राजनीति में एंट्री लेंगी स्वरा भास्कर? मिल गया जवाब
स्वरा भास्कर से जब पूछा गया कि आप राजनीतिक तौर पर जागरूक हैं, कड़े सवाल करती हैं, चर्चा में रहती हैं. आप राजनीति में कब शामिल होंगे. स्वरा भास्कर ने जवाब दिया कि वे राजनीति में अगर आईं तो उनका करियर छूट जाएगा. वे राजनीति और बॉलीवुड एकसाथ मैनेज नहीं कर पाएंगी. उन्होंने स्मृति ईरानी का जिक्र करते हुए यह भी कहा कि मैं दोनों मैनेज नहीं कर सकती. लेकिन हां, अगर मुझे अच्छा अवसर मिलेगा तो मैं जरूर विचार करूंगी. अब देखने वाली बात यह है कि स्वरा भास्कर को टिकट कौन देगा.