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Puri Lok Sabha Seat: संबित पात्रा पलटेंगे बाजी या जारी रहेगा BJD का जलवा? जगन्नाथ किसका करेंगे कल्याण

Puri Lok Sabha: ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट इस बार फिर चर्चा का केंद्र है क्योंकि यहां से बीजेपी के फायरब्रांड नेता संबित पात्रा चुनाव लड़ रहे हैं.

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Puri Lok Sabha Seat
Courtesy: India Daily Live

पिछले लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में हंगामा मचाने वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इस बार ओडिशा की ओर उम्मीदों की निगाह से देख रही है. ओडिशा में पुरी लोकसभा सीट पर इस बार उसकी निगाहें सबसे ज्यादा हैं. पिछली बार बीजेपी के संबित पात्रा ने अच्छा चुनाव लड़ा था लेकिन मामूली अंतर से चुनाव हार गए थे. इस बार भी बीजेपी ने संबित पात्रा को चुनाव में उतारकर यहां के मुकाबले को बेहद रोमांचक बना दिया है. शायद बीजेपी का दबाव ही है कि बीजेडी ने अपने मौजूदा सांसद और तीन बार से चुनाव जीत रहे पिनाकी मिश्रा का टिकट काट दिया है. वहीं, कांग्रेस की उम्मीदवार सुचित्रा मोहंती के टिकट लौटा देने से उसकी खूब किरकिरी हुई है.

लगातार 6 बार से इस सीट पर चुनाव जीत रही बीजेडी इस बार अपनी पुरी सीट पर दबाव में दिख रही है. वहीं, ओडिशा में खूब पसीना बहा रही कांग्रेस को उस वक्त झटका लगा जब उसकी उम्मीदवार सुचित्रा मोहंती ने टिकट लौटा दिया. अब कांग्रेस ने आनन-फानन में यहां से जय नारायण पटनायक को चुनाव में उतारा है. वहीं, बीजेडी की ओर से अरूप पटनायक मैदान में हैं. पिनाकी मिश्रा पर कई आरोपों के चलते इस बार बीजेडी ने उन्हें टिकट नहीं दिया है.

पुरी का समीकरण क्या है?

जगन्नाथ मंदिर के लिए मशहूर पुरी शहर में 15.54 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति की है. पिछले विधानसभा चुनाव की बात करें तो यहां की सात विधानसभा सीटों में से पांच पर बीजेडी और दो पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. इस बार भी संबित पात्रा के मैदान में डटे रहने के कारण चुनाव काफी रोमांचक होने वाला है. बीजेपी को उम्मीद है कि पिछली बार की कसर को इस बार वह पूरी कर लेगी और संबित पात्रा लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंच जाएंगे.

2019 के चुनाव की बात करें तो यहां से दो बार से जीत रहे पिनाकी मिश्रा और संबित पात्रा की टक्कर काफी रोमांचक रही थी. संबित पात्रा को 5.26 लाख वोट मिले थे तो पिनाकी मिश्रा 5.38 लाख वोट पाकर विजयी हुए थे. कांग्रेस पार्टी सिर्फ 3.94 पर्सेंट यानी कुल 44 हजार वोट पाकर तीसरे नंबर पर रही थी. इस बार भी कांग्रेस का इस सीट पर दावा बेहद कमजोर नजर आ रहा है.

कौन-कौन बना है पुरी का सांसद?

बीजेडी में आने से पहले पिनाकी मिश्रा 1996 में कांग्रेस के सांसद हुआ करते थे. 1998 में बीजेडी के टिकट पर ब्रज किशोर त्रिपाठी चुनाव जीते तो वह लगातार तीन बार सांसद बनते रहे. उनके बाद पिनाकी मिश्रा 2009 से 2019 तक चुनाव जीत चुके हैं. पुराने नेताओं की बात करें तो बृजमोहन मोहंती दो बार, पद्मचरण समंतसिंहार, बनमाली पटनायक, रबी रे, बिबुधेंद्र मिश्रा और चिंतामणि पाणिग्रही जैसे नेता पुरी का प्रतिनिधित्व  कर चुके हैं. इस सीट पर आज तक बीजेपी एक भी बार चुनाव नहीं जीत पाई है.